अहीर रेजीमेंट की मांग को लेकर प्रदर्शनी पंडाल में अहीर जन जाग्रति महासम्मेलन 15 को, शिवपाल सिंह यादव होंगे मुख्य अतिथि
व्यूरो संजीव शर्मा
न्यूज वाणी इटावा।प्रदर्शनी पंडाल में 15 जुलाई को होने वाले अहीर जन जाग्रति महासम्मेलन में मुख्य रूप से अहीर रेजीमेंट की मांग रखी जायेगी जिसके मुख्य अतिथि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव होंगे।इस सम्मेलन में देश भर से यादव समाज के प्रतिष्ठित प्रतिनिधि भाग लेंगे।
ये जानकारी बुधवार को जिला पंचायत डाक बंगले में बुलाई गई प्रेस वार्ता में सम्मेलन के आयोजन मंडल के पदाधिकारियों ने दी। उन्होंने कहा कि आज भारतीय सेना में 27 रेजीमेंट है जिनका गठन क्षेत्रीय एवं जाति आधार पर किया गया था। उदाहरणार्थ कुमाऊं रेजीमेंट,जाट रेजीमेंट,महार रेजीमेंट राजपूताना रेजिमेंट,गोरखा रेजीमेंट आदि।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भारत पाकिस्तान एवं चीन के साथ हुए युद्ध में अहीर जाति के सैनिकों एवं अधिकारियों द्वारा अदम्य साहस व वीरता का परिचय देते हुए राष्ट्रहित में दिए गए बलिदान अविस्मरणीय है।सन 1962 में चीन के प्रसिद्ध रेजांग ला युद्ध में 114 वीर अहीर सैनिकों द्वारा राष्ट्र रक्षा हेतु अदभुत शुरू एवं वीरता का परिचय देते हुए चीनी सेना के हजारों सैनिकों को परास्त करके अपना वर्चस्व निछावर कर राष्ट्रीय गाथा स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है।इसी प्रकार 1965 व 1971 तथा कारगिल युद्ध 1999 में अदम्य साहस एवं शौर्य का परिचय देते हुए सैकड़ों वीर अहीर शहीद हुए। परमवीर चक्र विजेता योगेंद्र यादव ने 17 गोलियां लगने के बाद भी देश का तिरंगा झुकने नहीं दिया।वीर अहीर सैनिकों की वीर गाथा प्राचीन काल से लेकर आज तक राष्ट्र रक्षा हेतु अपना योगदान दे रही है। सदस्यों ने कहा कि विगत कई वर्षों से अहीर रेजिमेंट के गठन को लेकर देश में विभिन्न भागों में निरंतर सरकार से मांग की जा रही है।इस महासम्मेलन में से पूर्व राजस्थान हरियाणा दिल्ली जैसे राज्यों में हुए सम्मेलनों में अहीर समाज ने लाखों की संख्या में एकत्र होकर उक्त मांग पुरजोर तरीके से समर्थन किया है। उत्तर प्रदेश देश का सबसे महत्वपूर्ण और बड़ा राज्य है जहां से बहुत बड़ी संख्या में युवा राष्ट्र देश की सीमाओं पर सीना तान के दुश्मनों के मंसूबों को कामयाब करते हैं और अपने प्राणों की आहुतियां दी हैं। भारतीय सेना में उनकी भागीदारी है। अतः अहीर रेजीमेंट की मांग उन वीर शहीदों और आगे आने वाले समय में युवाओं को प्रेरणा देने के लिए सर्वथा उचित है।
उन्होंने बताया 15 जुलाई को इटावा के प्रदर्शनी पंडाल में देश के विभिन्न हिस्सों से पूर्व सैनिक, शहीदों के परिजन, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, युवा और बड़ी संख्या में इस मुहिम का समर्थन करने वाले देशवासी विभिन्न प्रांतों से आकर एकजुट होंगे। इस महासम्मेलन अहीर रेजिमेंट के गठन के साथ ही अन्य विभिन्न मांगें रखी जाएंगी जो इस प्रकार हैं। उत्तर प्रदेश में श्रीकृष्ण बोर्ड का गठन किया जाए। मंडल कमीशन की समस्त सिफारिशें ओबीसी समाज में लागू की जाएं।धरतीपुत्र माननीय मुलायम सिंह यादव को भारत रत्न प्रदान करने की मांग। जातिवार जनगणना कराई जाए जिससे जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी हिस्सेदारी का लाभ मिले। एनसीईआरटी की पुस्तकों में 1962 के रेजांग ला युद्ध में वीर अहीरो की गौरव गाथा को सम्मिलित किया जाए। 2021 में त्रिमूल पर्वत पर शहीद हुए कमांडर रजनीकांत यादव के नाम पर लखनऊ विकास नगर में एक भव्य द्वार व सड़क बनाई जाए।सर्वाधिक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ग्राम गुलाबपुरा भरथना जिला इटावा से हैं,उस गांव को आदर्श गांव घोषित पार्क स्मृति द्वार का निर्माण कराया जाए।
प्रेस वार्ता में महासम्मेलन आयोजन मंडल के सदस्यों में प्रदेश के पूर्व अपर महाधिवक्ता राजबहादुर सिंह यादव एडवोकेट ( हाई कोर्ट ),अखिल भारतीय अहीर महासभा राजस्थान की प्रदेश अध्यक्ष मंजू यादव,अखिल भारतीय यादव महासभा के जिलाध्यक्ष एवं मुख्य अनुशासन अधिकारी केकेडीसी डॉ. एस एस यादव, भारत यादव राजस्थान, आशुतोष अहीर लखनऊ,सचिन यादव जिला पंचायत सदस्य इटावा, राघव सिंह यादव एवं राहुल यादव भरथना विशेष रूप से उपस्थित रहे।