पति नहीं हैवान है ये, भाइयों संग मिलकर पत्नी को बेरहमी से मारा; फिर जलाया शव
शाहजहांपुर के खुटार में नवविवाहिता की पिटाई कर हत्या करने और उसकी मां को बंधक बनाकर शव को जलाने के आरोप में तीन सगे भाइयों पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस ने नदी किनारे से जले शव के अवशेष बरामद किए हैं।
गांव औरंगाबाद निवासी पम्मी देवी ने बताया कि उन्होंने अपनी पुत्री सरिता देवी की शादी पड़ोस के ही गांव रघुनाथपुर में शमशेर सिंह के साथ पांच माह पूर्व की थी। बीती रात दामाद और उसके दो भाइयों ने मिलकर सरिता देवी की पीटकर हत्या कर दी। अगली सुबह दामाद शमशेर सिंह उनके पास आया और बताया कि सरिता कुछ बोल नहीं रही है। वह इशारे से मां को बुलाने की कोशिश कर रही है।
दामाद के साथ पम्मी देवी पुत्री के ससुराल पहुंची तो सरिता मृत मिली। उसके शरीर पर चोटों के निशान थे। उन्होंने पुत्री की पीटकर हत्या करने का आरोप लगाया तो दामाद और उसके भाइयों ने उसे घेर कर चुप करा दिया। शाम के समय उन्हें कमरे में बंद कर दिया। वह शोर मचाती रही और कमरा खोलने की गुहार लगाती रही। इसके बाद दामाद अपने भाइयों के साथ मिलकर पुत्री के शव को घर के पास ही एक खेत में ले गया और जला दिया।
आरोपियों ने शव के अवशेष और राख आदि जंगल में ले जाकर गोमती नदी में डाल दिए। शव जलाने के बाद आरोपियों ने पम्मी देवी को कमरे से निकाल दिया। पम्मी देवी ने गांव जाकर लोगों को घटना की जानकारी दी। सूचना पर सीओ पंकज पंत, थाना प्रभारी ओमप्रकाश भारी फोर्स के साथ रघुनाथपुर पहुंचे और शमशेर सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
शुक्रवार की सुबह पुलिस और फोरेंसिक टीम ने आरोपी की निशानदेही पर शव के अवशेष, राख और कुछ अन्य सामान बरामद कर लिया। फोरेंसिक टीम ने मौके पर भी जांच की। पुलिस ने पम्मी देवी की तहरीर पर दामाद शमशेर सिंह और उसके भाई अंग्रेज सिंह, राजवीर सिंह उर्फ राजू के खिलाफ दहेज के लिए हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पम्मी देवी के अनुसार शादी के बाद से ही कम दहेज का आरोप लगाकर पुत्री का उत्पीड़न किया जा रहा था। दहेज के लिए पुत्री की हत्या की गई है।
पम्मी देवी ने बताया कि उनके पति बालकरन की मौत हो चुकी है, तब सरिता छोटी थी। पड़ोस के गांव रघुनाथपुर के कंता सिंह के चार पुत्र हैं, लेकिन कोई पुत्री नहीं थी। कंता सिंह से उनकी अच्छी जान पहचान थी। कंता सिंह ने उनसे सरिता को मांगा था। कहा था कि उनकी कोई पुत्री नहीं है, सरिता को वह बेटी की तरह रखेंगे। उन्होंने सरिता को कंता सिंह को दे दिया था, तब सरिता छह वर्ष की थी। अब सरिता 18 वर्ष की हो चुकी थी। पांच माह पूर्व कंता सिंह ने उन्हें बताया कि वह सरिता की शादी अपने छोटे पुत्र शमशेर से कर रहे हैं। इसके बाद वह पुत्री से मिली थी तो उसने भी शादी से एतराज नहीं किया था। इसके बाद शादी हो गई। शादी में कोई दहेज नहीं मांगा गया, लेकिन बाद में दहेज में पांच लाख रुपये, बाइक और सोने की चेन की मांग की जाने लगी।
आरोपी शमशेर सिंह का कहना है कि सरिता को बुधवार रात उल्टी आने के बाद हालत बिगड़ गई थी और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई थी। सास के बंधक बनाने के आरोपों को भी शमशेर ने निराधार बताया है। सरिता देवी की मां की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर बरामद हड्डियों आदि को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है। सरिता की मां की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।