हरियाणा में यमुना ओवरफ्लो, पलवल में मकान और स्कूल की बिल्डिंग गिरी; सिरसा-फतेहाबाद में घग्गर के बांध टूटे

 

हरियाणा के पलवल जिले में भी यमुना का पानी ओवरफ्लो हो गया है। जिससे चांदहट पुलिस थाना डूब गया। वहीं 14 गांवों में पानी घुस गया है। यहां मकान भी पानी में गिर गया। वहीं स्कूल की बिल्डिंग गिर गई। पलवल में 50KM इलाके में पानी फैल गया है। इसे देखते हुए 2 फीडर की बिजली काट दी गई है।

वहीं घग्गर में बांध टूटने से सिरसा व फतेहाबाद में हालात लगातार बिगड़ रहे है। रात को सिरसा में घग्गर नदी का बांध रात 10 बजे मुसाहिबवाला और नेजाडेला खुर्द के पास टूट गया।

फतेहबाद में चांदपुरा के पास घग्गर नदी टूट गई है। रतिया क्षेत्र में कई जगह पानी ओवरफ्लो है, रंगोई नाला भी 2 जगह टूटा है। प्रशासन ने फतेहाबाद के 3 गांवों में धारा 144 लागू कर दी गई है।

सिरसा में बांध टूटने पर DC पार्थ गुप्ता और SP उदय सिंह मीणा बाइक पर बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा करने के लिए निकले। दोनों के साथ बाइक पर ही सरकारी अमला भी था। उधर, सिरसा-सरदूलगढ़ हाईवे पर बनी पुलियों को बंद करने के विरोध में किसानों ने रोड जाम कर दिया।

राज्य में अंबाला, पंचकूला, कुरूक्षेत्र, करनाल, यमुनानगर, पानीपत और कैथल जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।

इस बीच पानी से हुई तबाही झेल रहे यमुनानगर में सुबह एक बार फिर 5 एमएम बारिश हुई। यमुना के कैचमेंट एरिया में बारिश से हथिनी कुंड बैराज में पानी बढ़ रहा है। दूसरी तरफ प्रदेश के कई अन्य जिलों में बारिश का दौर रुक रुक कर जारी है। सुबह रोहतक में 1 एमएम, महेंद्रगढ़ व नारनौल में 1-1 एमएम और नूंह के मंडोकला में 0.5एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। कई अन्य जिलों में मौसम खराब है।

 

इन जिलों में बारिश के आसार
मौसम विभाग ने बताया कि रेवाड़ी, बावल व आसपास के इलाकों में हल्की से मध्यम तीव्रता की बारिश होगी। इससे पहले महम, रोहतक, चरखी दादरी, मातनहेल, लोहारू, कोसली, महेंद्रगढ़, नारनौल में भी हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट रहा।

यमुना नदी ने इस बार कई जिलों में कहर बरपाया है। 4 जिलों यमुनानगर, करनाल, पानीपत व सोनीपत में पानी अब कम हो रहा है, लेकिन गांव व फसल अभी भी डूबी हुई हैं। फरीदाबाद व पलवल में भी यमुना का पानी पार करने लगा है।

करनाल में 34, पानीपत में 24, सोनीपत में 22 व यमुनानगर में 20 गांव बाढ़ की चपेट में है। यमुनानगर के गांव टापू कमालपुर में भूमि कटाव अधिक होने के कारण लोग अपनी जान बचाने के लिए गांव से पलायन कर रहे हैं।

दूसरी तरफ कुरुक्षेत्र में जहां मारकंडा नदी कहर बरपा रही है, वहीं कैथल, फतेहाबाद, सिरसा में घग्गर नदी एक के बाद एक गांव को चपेट में ले रही है। फिलहाल प्रदेश में बाढ़ के हालात सामान्य नहीं हैं। कई जिलों में सेना व NDRF की टीमें मैदान में राहत व बचाव के कार्य में लगी हैं। बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। अंबाला, कुरुक्षेत्र व कैथल में भी बाढ़ का पानी रिहाइशी क्षेत्रों में घुसा है।

 

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