उत्तर प्रदेश: आपको जानकर हैरत होगी कि जो व्यक्ति 28 साल पाकिस्तान में बंधक रहा। परिवार के लोगों ने उसे वतन वापस बुलाने के लिए ऐड़ी से चोटी का जोर लगा दिया। सीएम, पीएम ऑफिस से लेकर विदेश मंत्रालय तक के इतने चक्कर काटे कि चप्पलें घिस गईं। उन्हें क्या मालूम था कि वतन लौटने के बाद उनका भाई शमसुद्दीन ही उनके लिए परेशानी बन जाएगा।
संपत्ति हड़पने के लिए अब अपने भाई-बहन और परिवार का जान का दुश्मन बन गया है। परिवार को ही कत्ल करने की धमकी दे रहा है। परिवार के लोगों ने अब थाने से लेकर पुलिस कमिश्नर से मदद की गुहार लगाई है।
इस तरह की धमकी 3 साल पहले पाकिस्तान से लौटे शमसुद्दीन ने परिवार के लोगों को दी। भाई फहीमुद्दीन और बहन शबीना का आरोप है कि अब वह पैतृक पूरी प्रॉपर्टी हड़पना चाहता है। इसलिए धमकियां दे रहा है। पुलिस के सामने परिवार आशंका जाहिर कर चुका है कि इस तरह के तेवर देखकर लगता है कि अभी भी वह पाकिस्तानी नेटवर्क में है, कभी भी किसी वारदात को अंजाम दे सकता है।
कंघी मोहाल में रहने वाले फहीमुद्दीन घर के बाहर छोटी सी दुकान चलाकर परिवार का गुजर-बसर करते हैं। परिवार में तीन भाई नसीरुद्दीन, शमसुद्दीन और चांदबाबू हैं। फहीमुद्दीन का छोटा भाई शमसुद्दीन दिल्ली में नौकरी करता था। वहां किसी पाकिस्तानी के संपर्क में आया और 1992 में पाकिस्तान घूमने चला गया था। इस दौरान उनका वीजा एक्सपायर हो गया और वहां की पुलिस ने जासूसी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था।
इसके बाद जेल में बंद कर लिया था। पुलिस की निगरानी में उसे छोड़ा गया तो शमसुद्दीन पाकिस्तान में रहकर काम धंधा करने लगा। इस बीच उनकी फोन पर घर वालों से बात भी होने लगी। तभी उन पर भारतीय जासूस होने का आरोप लगाकर जेल में बंद कर दिया गया। परिजनों की काफी मशक्कत के बाद 28 साल बाद पाकिस्तान ने उन्हें छोड़ा था।
शमसुद्दीन 30 साल की उम्र में पाकिस्तान चले गए थे। अब उनकी उम्र 61 साल है। 12 साल उनका परिवार के लोगों से कोई संपर्क नहीं था। कंघी मोहाल निवासी उनके भाई फहीमुद्दीन ने बताया कि मोहल्ले में रहने वाले सादुल्लाह की बेटी की शादी पाकिस्तान में हुई थी। सादुल्लाह के बेटी और दामाद पाकिस्तान से कंघी मोहाल आए थे। शमसुद्दीन का उनके घर आना-जाना था। उसी समय घूमने को लेकर उनके साथ वह गए थे। पहले बात होती थी, लेकिन बाद में पता चला कि उन्होंने पाकिस्तान की नागरिकता ले ली है। अचानक बातचीत बंद हो गई, तब उनके जेल जाने की जानकारी हुई।
शमसुद्दीन चार भाइयों और दो बहनों में सबसे बड़े हैं। फहीमुद्दीन के साथ ही नसीरुद्दीन व चांद बाबू भी उनके भाई हैं। शाहीन और चंदा बहनें हैं। उनके पाकिस्तान जाते समय ये सभी छोटे थे। शमसुद्दीन जहां रहते थे, वहीं अब फहीमुद्दीन रहते हैं। उनके तीन बच्चों में दो बेटियों की शादी हो चुकी है। एक बेटा भी है। अब वह अपने पुस्तैनी मकान से लेकर जाजमऊ की संपत्ति को धमकाकर हड़पना चाहता है।
परिवार के लोगों ने धमकी के बाद मुख्यमंत्री ऑफिस, पुलिस कमिश्नर और बजरिया थाना से मदद मांगी। धमकी के बाद से पूरा परिवार सहमा हुआ है। अब परिवार के लोगों को लग रहा है कि इससे अच्छा तो पाकिस्तान में ही बंधक रहता तो ज्यादा ठीक था। उसे वतन बुलाकर गलती कर दी है।