रोहित सेठ
वाराणसी: प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रहलाद दास ने कहा कि मुझे कोई भी लालच नहीं है, मैं घर छोड़कर कबीर के मूलगादी कबीर चौरा मठ में रह रहा था. विवेक दास को गुरु बनाया था, लेकिन उनका चाल-चलन अच्छा नहीं था. एक महिला उनके कमरे और उनके आगे पीछे हमेशा रहती थी. इससे कबीर मठ और विवेक दास की छवि धूमिल हो रही थी. मैंने इसका विरोध किया तो मुझे बार-बार अपमानित किया गया. एक दिन मेरे साथ मारपीट कर मुझे आश्रम से भगा दिया गया।विवेक दास अपने को निर्दोष बता रहा है आप सब को बताना चाहता कि जज साहब ने पहले सत्यता के जाँच के लिये आदेस दिया था जाँच सही पाया गया तो हि fir करने का आदेश दिया हैदलित का मामला उठाकर मठ में फूट डालने का प्रयास है. मुद्दा को मोड़ने का प्रयास कर रहा है।मैं आप मीडिया बन्धु के माध्यम से मुख्यमंत्री जी से निवेदन करना चाहता हूँ कि इस मामला का उच्च स्तरीय सी बी आई जाँच हो ताकि कबीर साहब की ऐतिहासिक कबीर चौरा मठ विवेक दास जैसे अपराधी से बच सके।