इंदौर में TI के बेटे ने 29 साल की इंजीनियरिंग छात्रा का नहाते समय बनाया वीडियो, पढ़े पीड़िता की आपबीती
इंदौर में टीआई के बेटे की प्रताड़ना का शिकार हुई 29 साल की इंजीनियरिंग छात्रा ने कई खुलासे किए हैं। आरोपी ने 21 जुलाई की शाम को नहाते समय उसका वीडियो बना लिया था।
पीड़ित छात्रा ने कहा कि MPPSC की तैयारी कर रही हूं इसलिए जॉब तक छोड़ दिया था। दर्द यह भी है कि उसके परिवारवाले ही समझौते के लिए दबाव बना रहे हैं।
इस पर छात्रा का कहना है कि आरोपी ने जो हरकत की है, वह माफ करने लायक नहीं है और मैं अकेली ही इसके खिलाफ लड़ूंगी। पुलिस उसे बचाने की कोशिश कर रही है, कई घंटों की कोशिश के बाद एफआईआर हुई है। CM हेल्पलाइन का सहारा लेना पड़ा।
21 जुलाई की शाम 4 बजे में मैं घर के बाथरुम में नहा रही थी। जब सिर धो रही थी तो मैंने शैंपू उठाने के लिए जब वेंटिलेशन तरफ हाथ बढ़ाया तो कैमरा नजर आया। एकदम चिल्लाई। मुझे लगा कि रिकॉर्डिंग चल रही है और कोई मेरा वीडियो बना रहा है। उस टाइम मैं पूरी तरह से न्यूड थी। मेरे चिल्लाने पर कोई भागा।
उसने घर का मेन गेट खोला तो पता चला कि ये पड़ोसी युवक अनमोल ओसवाल है। मैंने इसकी जानकारी मम्मी-पापा को दी। इसके बाद हम जब थाने पहुंचे तो काफी देर तक हमारी रिपोर्ट नहीं लिखी गई। मैंने सीएम हेल्प लाइन की मदद ली तब जाकर रिपोर्ट लिखी गई। तब तक थाने वाले टालते ही रहे।
उसके पिताजी ऑलरेडी पुलिस में टीआई हैं तो मुझे लगता है कि देरी की ही गई होगी। उसके माता-पिता के फोन मेरे पास आने लगे कि बेटा बैठकर बात कर लेते हैं। कहने लगे कि हमारे बेटे को फंसा रही है। मेरी अनमोल से पहले कभी बात ही नहीं हुई। आते-जाते भी नहीं हुई। मेरी उससे कोई बातचीत ही नहीं थी तो मैं क्या निजी खुन्नस निकालूंगी।
मुझे वो पहले भी संदिग्ध अवस्था में मेरे घर के आसपास दिखता था। घर की तरफ झांकता था। मैंने उसे कभी उस तरह से नोटिस नहीं किया। मुझे नहीं पता था कि उसकी मानसिक स्थिति क्या है। वो क्या चाहता है। कुछ लोगों ने मुझे बताया कि कई बार हमने उसे तुम्हारे घर के अंदर घुसते और गेट से बाहर निकलते हुए देखा है।
एक बार मैंने दरवाजा खोल कर देखा था तो वो अंदर था और कहने लगा कि मेरा कुछ गिर गया है तो मैंने नॉर्मली लिया, क्योंकि जब तक हम कुछ देखते नहीं है तो कुछ कह नहीं सकते। बाथरुम में जब वो मेरा नहाते हुए वीडियो बना रहा था तो उसका मैंने चेहरा देखा लेकिन कोई मानने को ही तैयार नहीं है।
जब वो भागा तो उसके घर वालों को मैंने बताया लेकिन वो मानने को ही तैयार नहीं हुए। कहने लगे की हमारा बेटा तो शाम को 5 बजे स्कूल से आता है। फिर उसके भाई ने उसे फोन किया। बारिश के कारण स्कूल की छुट्टी थी, मुझे नहीं पता वो स्कूल गया की नहीं। उसके भाई को फोन पर उसने कालानी नगर में होने की जानकारी दी। जो हमारे घर से करीब 1 किलोमीटर दूर है। वो प्राइवेट स्कूल में स्पोर्ट्स टीचर है।
पुलिस कह रही है कि उसके मोबाइल में वीडियो नहीं मिला है। जब कोई चोर चोरी करता है तो वो ये नहीं बताएगा कि मैंने वहां पर चोरी की चीज रखी है। मुझे लगता है कि हो सकता है उसने मोबाइल बदल दिया हो। अगर वो घटना के तीन-चार घंटे बाद अपने पिता के साथ आ रहा है तो वो सबूत मिटा कर ही आएगा। हो सकता है कि उसने भागते-भागते वीडियो डिलीट कर दिया होगा।
मैं ये चाहती हूं कि मोबाइल की जांच हो। घटना के समय घर के आसपास तब कौन से मोबाइल एक्टिव थे, उनकी लोकेशन पता की जाए। वो तो सबूत बदलेगा ही। उसके पिताजी पुलिस में है तो वो फुल सपोर्ट में है। आरोपी पर कड़ी कार्रवाई होना चाहिए। पुलिस मुझे आश्वासन दे रही है कि हम आपके बयान लेंगे। उसे लॉक अप में तो डाला ही नहीं। थाने से मैं निकली और दस-पंद्रह मिनट बाद ही उसे छोड़ दिया गया। अगर उससे पूछताछ नहीं की गई तो वो तो आराम से है।
मैं घर पर पहुंची तब तक वो वापस मेरे घर के आसपास घूम रहा था। घटना के बाद से मेरी मानसिक स्थिति बिल्कुल भी ठीक नहीं है। अगर उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और वो घर के आसपास ऐसे ही घूमता रहा तो बताइए मेरा क्या होगा। स्कूल में भी ये बच्चियों के साथ क्या करता होगा।
डीसीपी साहब से मैं मिलने गई थी लेकिन उनसे मेरी मुलाकात नहीं हुई। उनके पीए से बात हुई है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि मंडे को हम आपके बयान करवाएंगे। लेकिन हो सकता है कि उसके पास वीडियो हो और उसे वायरल कर रहा हो। हो सकता है कि वो वायरल नहीं करें लेकिन वो खुद तो देखेगा। मेरे दिमाग में ये चीज तो रहेगी। उस पर कड़ी कार्रवाई की जाए मैं यही चाहती हूं।