रोहित सेठ
वाराणसी। उत्तर प्रदेश को 01 ट्रिलियन (10 खरब) डालर बनाये जाने हेतु मुख्य सचिव, उ0प्र0 के निर्देश के क्रम में मंगलवार को अपर आयुक्त, प्रशासन, वाराणसी मण्डल विश्व भूषण मिश्र व मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल की अध्यक्षता में सांख्यिकीय आॅकड़ों के संग्रहण हेतु सेनेटाइजेशन वर्कशाप का आयोजन कमिश्नरी सभागार में अर्थ एवं संख्या विभाग द्वारा आयोजित किया गया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल द्वारा बताया गया कि भारत को 05 ट्रिलियन डालर एवं उ0प्र0 को 01 ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने में सर्वेक्षण महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं और अर्थ एवं संख्या विभाग एवं क्षेत्रीय सांख्यिकीय कार्यालय, भारत सरकार द्वारा यह सर्वेक्षण कार्य किया जा रहा है। सभी उद्यमी एवं व्यापारिक संगठन सर्वेक्षण में पूर्ण सहयोग प्रदान करें एवं निर्धारित समयावधि में डेटा दें। अपर आयुक्त विश्व भूषण मिश्र द्वारा बताया गया कि 1991 से उदारीकरण नीति भारत में लागू है और भारत सरकार का लक्ष्य व्यवसाय करना नहीं है, बल्कि व्यवसाय को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि भारत 05 ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था हेतु संकल्पबद्ध हैं। चूंकि वाराणसी जनपद प्रदेश के महाजनपदों में शामिल है, इसलिये इसे भी अपना अंश बढ़ाकर कम से कम 10 से 15 प्रतिशत उ0 प्र0 की अर्थव्यवस्था में करना होगा। इसके लिए इनफार्मल सेक्टर को संगठित क्षेत्र में लाने हेतु अधिक से अधिक रजिस्ट्रेशन करना होगा। समस्त उद्यमी एवं व्यापारी संगठन इसका प्रचार-प्रसार कर सभी उद्यमों का रजिस्ट्रेशन कराये। जिससे कि उत्तर प्रदेश की जी.डी.पी. बढ़ सकें।
अर्थ एवं संख्या विभाग के उपनिदेशक राम नरायण द्वारा समस्त उद्योग बन्धुओं, संगठनों से डेटा उपलब्ध कराने में सहयोग देने की अपील की गयी। राम नरायन यादव, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी द्वारा बताया गया कि उ0 प्र0 को 01 ट्रिलियन डालर इकोनोमी बनाये जाने हेतु वर्तमान सकल घरेलू उत्पाद को बढ़ाकर 04 गुना करना होगा, इस हेतु सभी उद्यमी उत्पादन को बढ़ाये जिससे हम उस लक्ष्य को प्राप्त कर सकें। संतोष कुमार सिंह, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी द्वारा भारत सरकार द्वारा कराये जा रहे सर्वेक्षणों जैसे वार्षिक उद्योग सर्वेक्षण, अनिगमित गैर कृषि उद्यमों का सर्वेक्षण, आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक, राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण पर विस्तार से जानकारी दी गई और सभी से अनुरोध किया गया कि इस सर्वेक्षण के समय सही और शुद्ध आॅकड़े दें जिससे अर्थव्यवस्था नई ऊंचाई को प्राप्त कर सकें। कार्यशाला का संचालन राम नरायन यादव, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी द्वारा किया गया।
कार्यशाला में उपायुक्त उद्योग, सहायक निदेशक, सूक्षम लघु एवं मध्यम उद्यम, सहायक निदेशक, केन्द्रीय सांख्यिकीय कार्यालय, उपायुक्त व्यापार कर, खादी ग्रामोद्योग अधिकारी सहित उद्योग बंधु, व्यापारी संगठन व यूनियन के पदाधिकारी उपस्थित रहें।