उत्तर प्रदेश के आगरा में जूता कारीगर ने गर्भवती पत्नी की गला काटकर हत्या कर दी। इसके बाद खुद थाने पहुंचकर पुलिस को बताया। पुलिस ने आरोपी के घर से नैना का शव बरामद कर लिया। पूछताछ में पता चला कि प्रेम-विवाह के बाद अब प्रवीन पत्नी के घरवालों से एक प्लॉट मांग रहा था। बीती रात को इसी बात पर हुए झगड़े के बाद सोई पत्नी का पहले गला दबाया, फिर चाकू से काटकर हत्या कर दी।
शाहगंज थाने में तड़के चार बजे एसआई ज्ञानेश्वर ड्यूटी पर थे। इसी दौरान जूता कारीगर प्रवीन थाने पहुंचा। बताया कि उसने अपनी पत्नी की हत्या कर दी है। खुद को पुलिस के हवाले करना चाहता है। यह सुनकर पुलिस ने प्रवीन को हिरासत में ले लिया। इसके बाद पुलिस प्रकाश नगर में आरोपी के घर पहुंची। ससुराली नहीं मिले। कमरे में नैना का शव पड़ा हुआ था। उसका गला कटा हुआ था। वारदात की जानकारी पर नैना की मां निखलेश सहित अन्य परिजन आ गए।
मृतका की मां निखलेश ने पुलिस को बताया कि दो साल पहले पढ़ाई के दौरान एक सहेली के माध्यम से बेटी नैना की दोस्ती प्रवीन से हुई थी। दोनों मिलने लगे। इस बारे में घरवालों को पता नहीं था। 10 महीने पहले दोनों ने प्रेम-विवाह कर लिया। इस पर थाने में शिकायत की। बाद में बेटी की खुशी की खातिर दोनों का रिश्ता स्वीकार कर लिया। एक महीने बाद पूरे विधिविधान से शादी करा दी। दामाद को बाइक और अन्य सामान भी दिया।
बताया कि शादी के बाद से प्रवीन नैना को परेशान करने लगा। उनके तीन प्लॉट में से एक प्लॉट को अपने नाम करने का दबाव बना रहा था। इसको लेकर आए दिन बेटी से मारपीट करता था। 4 महीने पहले भी झगड़ा हुआ था। इस पर पुलिस से शिकायत की थी। पुलिस ने शांति भंग की कार्रवाई की। 15 दिन पहले भी फंदा लगा दिया था। भागकर बेटी ने जान बचाई थी। अब बेटी की जान ले ली। वह पांच महीने की गर्भवती थी।
थाने पहुंचने पर प्रवीन एक ही बात बोल रहा था कि पत्नी को मैंने मार डाला। बहुत झगड़ा करती थी। थाना प्रभारी निरीक्षक भानु प्रताप सिंह ने बताया कि प्रवीन से वारदात के संबंध में पूछताछ की गई। वह पूरी तरह से सच नहीं बोल रहा था। यही बताया कि झगड़े के दौरान गुस्से में जान ले ली। पहले उसका गला दबाया। वह गिर पड़ी। उसे लग रहा था कि पत्नी बच जाएगी। पुलिस से शिकायत कर देगी। इसलिए किचन में चाकू लेकर पत्नी के गले पर कई वार किए। इससे उसकी मौत हो गई।
निखलेश ने बताया कि उसके पति बीमार रहते हैं। काम नहीं कर पाते हैं। उनके तीन बेटे और एक बेटी थी। नैना दूसरे नंबर की थी। तीन पीढ़ियों में अकेली थी। नैना को पढ़ाने के लिए वो मजदूरी करती थीं। प्रेम विवाह के बाद उसके ठीक से परिवार में रहने की उम्मीद थी, मगर प्रवीन ने नैना की जान ले ली। उसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए।