प्रयागराज। हरियाणा के मेवात में हुई हिंसा के विरोध में विश्व हिंदू परिषद काशी प्रांत के कार्यकर्ताओं ने बुधवार की शाम सिविल लाइंस में प्रदर्शन किया। तकरीबन तीन घंटे तक चले प्रदर्शन के दौरान भारत माता के जयकारे व जय श्रीराम का उदघोष किया गया। इस दौरान यहां मार्च भी निकाला गया। विहिप प्रांत अध्यक्ष व पूर्व आईजी केपी सिंह की अगुवाई में विहिप कार्यकर्ताओं ने सुभाष चौराहे के पास चक्काजाम भी किया। इस दौरान पूर्व आईजी ने वहां से गुजरने वाले कई ई-रिक्शा और बस चालकों को रोका भी।
विहिप अध्यक्ष केपी सिंह के नेतृत्व में सिविल लाइंस हनुमान मंदिर से शाम तकरीबन साढ़े चार बजे के आसपास जुलूस निकाला गया। जुलूस में हिंदुओं पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे, मेवात के दोषियों को फांसी दो जैसे नारे लगाए गए। हाथों में तख्तियां लेकर सुभाष चौराहे पहुंचे विहिप पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने आतंकवाद और जिहादी क्रूरता का पुतला फूंका।
पुलिस ने चक्काजाम रोकने की कोशिश की तो उनकी पूर्व आईजी केपी सिंह से कहासुनी हो गई। बारिश में भीगते हुए भी तमाम कार्यकर्ता वहां से हटे नहीं। रात आठ बजे तक वहां तीन बार चक्का जाम किया गया। सूचना पाकर वहां कुछ थानों की फोर्स भी आ गई। इस दौरान पूर्व आईजी पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा या डिप्टी पुलिस कमिश्नर को बुलाने की मांग पर अड़ गए।
इस बीच डीसीपी क्राइम सतीश चंद को मौके पर आना पड़ा। राष्ट्रपति को संबोधित उन्होंने ज्ञापन लिया, उसके बाद चक्काजाम जाकर समाप्त हुआ। प्रदर्शन करने वालों में विहिप काशी प्रांत के संगठन मंत्री नितिन, महानगर अध्यक्ष संजय गुप्ता, प्रांत उपाध्यक्ष विनोद अग्रवाल, सुरेश अग्रवाल, विभाग संगठन मंत्री अंशुमान, सत्य प्रकाश मिश्र, विक्रमजीत सिंह भदौरिया, पवन श्रीवास्तव, विजय गुप्ता, श्याम चंद्र, शिवम द्विवेदी, लालमणि तिवारी, विमल प्रकाश, अजय गुप्ता, अनिल पांडेय आदि मौजूद रहे।
इस पूरे प्रकरण का सोशल मीडिया में वीडियो भी वायरल हो गया। एक वीडियो में एक जेसीबी चालक से की जा रही हाथापाई भी सामने आई। इस बारे में एसीपी श्वेताभ पांडेय का कहना है कि अगर शिकायत मिलेगी तो विधिक कार्रवाई की जाएगी।