हरियाणा की नूंह हिंसा के बाद सरकार ने कांग्रेस MLA मामन खान की सिक्योरिटी हटा दी है। मामन खान नूंह की फिरोजपुर झिरका सीट से विधायक हैं। नूंह हिंसा को लेकर उन पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। मामन खान का विधानसभा में दी धमकी वाला पुराना वीडियो और एक ट्वीट को लेकर सरकार की उन पर नजर है।
हिंसा के दौरान गुरुग्राम के प्रदीप शर्मा की मौत के मामले में पुलिस ने आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता जावेद अहमद समेत 150 लोगों पर हत्या की एफआईआर दर्ज की है। यह केस गुरुग्राम के सोहना में दर्ज कराया गया है। हालांकि जावेद का कहना है कि ये केस गलत है, वे उस दिन इलाके में थे ही नहीं।
जावेद पर दर्ज एफआईआर में पवन ने बताया- 31 जुलाई की रात 10.30 बजे हम कार में नूंह से सोहना जा रहे थे। बीच में नूंह पुलिस ने मदद करते हुए हमें KMP हाईवे तक छोड़ा। हमें कहा कि आगे रास्ता साफ है, निकल जाओ।
हम निरंकारी कॉलेज के पास पहुंचे तो वहां 150 लोग खड़े थे। उनके हाथ में पत्थर, लोहे की राड और पिस्टल थे। वहां जावेद भी था। उसके कहने पर उग्र भीड़ ने हम पर हमला कर दिया। हमारी कार पर पत्थर मारे। जिससे कार बेकाबू होकर डिवाइडर से जा टकराई।
मैं कार से नीचे उतरा तो जावेद ने कहा कि इन्हें मार दो। जो होगा, मैं संभाल लूंगा। ये सुनकर 20-25 लोगों ने हम पर अटैक कर दिया। उन्होंने प्रदीप और गनपत को पीटना शुरू कर दिया। मेरे सामने प्रदीप के सिर पर लोहे की राड मारी। जिससे वह नीचे गिर पड़ा।
गोलियां चलनी शुरू हुई तो पुलिस वहां आ गई। वे मुझे व गनपत को भीड़ से निकाल ले गए और प्रदीप को भीड़ सरिये से मारती रही। उसे नाजुक हालत में अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
नूंह हिंसा के दिन हो चुके हैं। अब हरियाणा के गृहमंत्री ने अनिल विज ने कहा-” मुझे समय पर नूंह हिंसा की जानकारी नहीं दी गई। यहां तक कि हिंसा के कई घंटे बाद एक प्राइवेट व्यक्ति ने फोन पर बताया। पुलिस के बड़े अधिकारियों को तक इस हिंसा के बारे में पता नहीं था।”
विज ने कहा, ”नूंह SP वरुण सिंगला पहले से ही लंबी छुट्टी पर थे। जिले का अतिरिक्त प्रभार पलवल SP को सौंपा गया था, जबकि गृह विभाग एडिशनल चीफ सेक्रेटरी टीवीएसएन प्रसाद उस दिन जम्मू में वैष्णो देवी की तीर्थयात्रा पर थे। CID सीधे मुख्यमंत्री को रिपोर्ट करती है। उसने गृह विभाग के साथ कोई खुफिया इनपुट साझा नहीं किया।”
शनिवार देर रात सरकार ने फरीदाबाद और गुरुग्राम के पटोदी, मानेसर व सोहना इलाके से इंटरनेट पर लगाई पाबंदी हटा ली। हालांकि नूंह में 8 अगस्त और पलवल में 7 अगस्त की रात 12 बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा।
नूंह में कर्फ्यू के बीच थाना लेवल पर जिले में 22 ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं। नूंह के डीसी धीरेंद्र खड़गटा ने बताया कि अपने-अपने इलाके में लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने की जिम्मेदारी इन्हीं की होगी। लोगों के सहयोग के लिए इनके फोन नंबर भी जारी किए हैं। किसी भी तरह के हालात से निपटने के लिए ये ड्यूटी मजिस्ट्रेट तुरंत जरूरी फैसले ले सकेंगे। सरकार के इस फैसले को नूंह में दंगाई पर बड़ी कार्रवाई से जोड़कर देखाा जा रहा है। वहीं नूंह में कर्फ्यू में आज भी ढील दी गई है। सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक लोग जरूरी सामान खरीद सकते हैं।
इस बीच नूंह दंगों का पाकिस्तानी कनेक्शन भी सामने आया है। हरियाणा पुलिस की जांच में पाकिस्तानी यू-ट्यूबर जीशान मुश्ताक के बारे में पता चला है। उसने अहसान मेवाती पाकिस्तानी नाम से सोशल मीडिया पर अकाउंट बना रखा था और इसी से भड़काऊ वीडियो पोस्ट किए। मुश्ताक ने अपनी लोकेशन अलवर (राजस्थान) बताई जबकि हकीकत में वह पाकिस्तान के इस्लामाबाद और लाहौर से वीडियो पोस्ट कर रहा था।
जीशान ने पाकिस्तान एजुकेशन एवं रिसर्च नेटवर्क (PERN) के जरिए ये वीडियो अपलोड किए। इस सेंट्रलाइज्ड नेटवर्क से पाकिस्तान के एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस को इंटरनेट दिया जाता है। यह पाकिस्तान सरकार का ही हिस्सा है।
जीशान ने मोनू मानेसर को मारने और नूंह में दंगों के लिए उकसाया। जिस दिन हिंसा जारी थी, उस दिन वह आगजनी-तोड़फोड़ के फुटेज भी जारी कर रहा था। पुलिस को शक है कि जीशान का नूंह में मजबूत नेटवर्क है। पुलिस ने अब तक की जांच के आधार पर केस दर्ज करने की तैयारी कर ली है।
इस बीच, नूंह में हुई हिंसा के राज्य सरकार का बुलडोजर एक्शन तीसरे दिन भी जारी है। रविवार को भी बुलडोजर से अवैध घर-दुकानें गिराई जा रही हैं। शुक्रवार को नूंह में ही 25 घर-दुकानों और रोहिंग्या की 250 झुग्गियों पर बुलडोजर चलाया गया था। शनिवार को नल्हड़ रोड पर 30 मकान-दुकानें गिरा दी गईं। अधिकारियों का कहना है कि ये अवैध निर्माण हैं और इनमें रहने वाले 31 जुलाई की हिंसा में शामिल थे।
नूंह हिंसा में उकसाने के आरोपी बिट्टू बजरंगी पर फरीदाबाद पुलिस थाने में एफआईआर सामने आई है। धार्मिक भावनाओं को आहत करने का यह केस नूंह हिंसा के अगले दिन यानी 1 अगस्त को दर्ज हुआ। इसमें बिट्टू बजरंगी के लोकेशन बताकर मेवात आने के लाइव वीडियो को आधार बनाया गया है। पुलिस ने कहा कि बिट्टू ने पाली गांव में समर्थकों के साथ ऐसी बातें कर लोगों को भड़काया है।
हालांकि इसको लेकर फरीदाबाद पुलिस पर सवाल भी उठ रहे हैं कि उन्होंने केस के बाद थाने से ही बिट्टू को जमानत दे दी। इससे पहले भी बिट्टू पर 2 एफआईआर दर्ज हैं। वहीं इस मामले में फरीदाबाद पुलिस के पीआरओ सूबे सिंह ने कहा कि बिट्टू को थाने से ही जमानत दी गई क्योंकि इसके ऊपर जो एफआईआर दर्ज हुई, इसमें 7 साल से कम की सजा का प्रावधान है।
हिंसा में 6 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। हालांकि पिछले 3 दिनों के दौरान नूंह, गुरुग्राम और पलवल में हिंसा की कोई नई घटना सामने नहीं आई है। इसके बावजूद तनावपूर्ण हालात को देखते हुए सभी जगह पैरामिलिट्री फोर्स के अलावा पुलिस तैनात है।