उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र हंगामे के साथ शुरू हो गया है। सपा और रालोद के विधायकों ने प्रदर्शन किया। सपा के विधायक गले में टमाटर-लहसुन की माला पहनकर साइकिल पर विधानसभा पहुंचे।
सरकार के खिलाफ स्लोगन लिखी तख्तियां उनके हाथ में थीं। विधानसभा की सीढ़ियों पर बैठकर सपा विधायक डीजल-पेट्रोल महंगा होने, ओबीसी-एससी-एसटी आरक्षण, महिला अपराध के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।
सदन में सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना समेत सत्ता और विपक्ष से जुड़े विधायक पहुंचे। स्पीकर सतीश महाना के पटल पर आते ही सदन के अंदर हंगामा शुरू हो गया।
सदन की कार्रवाई शुरू होने से 16 मिनट तक मणिपुर और हरियाणा की हिंसा पर चर्चा कराए जाने की मांग विपक्षी दलों में रखी। 17 मिनट पर विधानसभा अध्यक्ष ने दूसरे राज्यों का मामला होने पर चर्चा नहीं किए जाने के नियम बताते हुए निधन शोक प्रस्ताव पढ़ना शुरू किया। अब सदन की चर्चा के दौरान लगातार विपक्ष के विधायक नारेबाजी कर रहे हैं। हंगामा होते देखकर स्पीकर सतीश महाना ने 30 मिनट के लिए सदन कार्रवाई स्थगित की है।
सीएम योगी ने सत्र से पहले कहा,”मैं आह्वान करुंगा कि सार्थक चर्चा सदन में करनी चाहिए। सरकार हर स्तर पर जवाब देने को तैयार है। उत्तर प्रदेश ने पिछले 6 सालों के दौरान विकास की एक नई ऊंचाई को छुआ है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को दोगुना किया गया। बीमारू राज्य की श्रेणी से हम बाहर आ चुके हैं। 25 करोड़ की जनता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को तैयार है। पश्चिम के कुछ जिले बाढ़ के प्रकोप से प्रभावित हुई। पूर्वांचल के 40 जिले सूखा प्रभावित हो गए है। हम इसके समाधान के मुद्दों पर चर्चा को तैयार है।”
आज विधानसभा में बिजली कटौती, बेरोजगारी, महंगाई, स्वास्थ्य और कानून व्यवस्था समेत कई मुद्दों पर तीखी बहस होने की संभावना है। समाजवादी पार्टी का यह मानना है कि यूपी में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। पूरे प्रदेश में गुंडागर्दी चरम पर है। महिलाएं भी सुरक्षित नहीं है। स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का भी इतना बुरा हाल है। जनता को इलाज के लिए दर-दर भटकना पड़ता है।
अनुपूरक बजट पेश करेगी सरकार
इस बार विधानमंडल के मानसून सत्र में योगी सरकार वित्तीय वर्ष के लिए अनुपूरक बजट पेश करेगी। जोकि इस साल के वित्तीय वर्ष के लिए पहला अनुपूरक बजट होगा। अनुपूरक बजट के माध्यम से यूपी सरकार अपनी कई परियोजनाओं को साकार करेगी। वहीं, बुनियादी ढांचे से जुड़ी परियोजनाओं को लेकर सरकार अनुपूरक बजट से संसाधनों का इंतजाम भी करेगी।
मानसून सत्र में इन विधेयकों को पेश करेगी सरकार
योगी सरकार विधानमंडल के मानसून सत्र में 13 अध्यादेश भी विधेयक के रूप में सदन में रखेगी। जिसमें उत्तर प्रदेश दंड विधि( संशोधन) अध्यादेश 2023, उत्तर प्रदेश नगर स्थानीय स्वायत्त शासन विधि (संशोधन) अध्यादेश 2023, उत्तर प्रदेश नगर पालिका (संशोधन) अध्यादेश 2023, उत्तर प्रदेश कृषि उत्पादन मंडी (संशोधन) अध्यादेश 2023, उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय (संशोधन) अध्यादेश 2023, उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय (द्वितीय संशोधन) अध्यादेश 2023, उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय (तृतीय संशोधन) अध्यादेश 2023, उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय (चतुर्थ संशोधन) अध्यादेश 2023, उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय (पांचवा संशोधन) अध्यादेश 2023, उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय प्रयागराज (संशोधन) अध्यादेश 2023, उत्तर प्रदेश नगर योजना और विकास (संशोधन) अध्यादेश 2023, उत्तर प्रदेश जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय अध्यादेश 2023 और उत्तर प्रदेश माल एवं सेवा कर (संशोधन) अध्यादेश 2023 को सदन में विधेयक के रूप में पेश किया जाएगा।