प्रयागराज। रंगदारी के मामले में वांछित चल रहे गैंगस्टर मोहम्मद जावेद उर्फ पप्पू गंजिया को एसटीएफ ने राजस्थान के अजमेर से गिरफ्तार कर लिया। उसे ट्रांजिट रिमांड पर प्रयागराज लाया जाएगा। पुलिस ने उसके ऊपर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था।
आईएस 227 गैंग के सक्रिय सदस्य और रंगदारी के मुकदमे में जून 2022 से फरार चल रहे मोहम्मद जावेद उर्फ पप्पू गंजिया पुत्र हिफाजत अली उर्फ फतेह मोहम्मद निवासी जहांगीराबाद गंजिया थाना नैनी को एसटीएफ ने राजस्थान के अजमेर से गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ जून 2022 में नैनी में रंगदारी का मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस ने उसके ऊपर 50 हजार का इनाम घोषित किया था।
अजमेर राजस्थान से सुबह एसटीएफ टीम नोएडा के साथ मिलकर गिरफ्तार किया। उसे थाना अजमेर में दाखिल कर ट्रांजिट रिमांड पर प्रयागराज लाया जाएगा। पप्पू गंजिया पर हत्या, लूट आदि गंभीर धाराओं के अब तक 41 मुकदमे दर्ज हैं। माफिया अतीक और अशरफ की हत्या के बाद शासन की ओर से जारी प्रदेश में सक्रिय माफियाओं की सूची में दिलीप मिश्र, बच्चा पासी राजेश यादव के साथ पप्पू गंजिया का नाम भी शामिल है।
मो जावेद उर्फ पप्पू गंजिया काफी दिनों से फरार है। नैनी के गंजिया का रहने वाला पप्पू पहले दबंगई करता था। धीरे-धीरे उसका जरायम की दुनिया में नाम बड़ा होता चला गया। इस पर कुल 42 मुकदमे दर्ज हैं। नैनी थाने का यह हिस्ट्रीशीटर भी है। नैनी के अलावा उस पर घरूपर, कोतवाली, धूमनगंज में भी मुकदमा है। रंगदारी मांगने के मामले में वांछित पप्पू के घर पर दो महीने पहले ही कुर्की की कार्रवाई की गई है। उसके गांव का नाम जहांगीराबाद गंजिया है। इसी के चलते उसे लोग पप्पू गंजिया कहने लगे।
जहांगीराबाद वार्ड से तीन बार पार्षद रह चुका पप्पू गंजिया समाजवादी पार्टी से जुड़ा है। आठ जून को उसे अरैल निवासी ननका निषाद पुत्र बब्बन निषाद से 40 हजार रुपए प्रतिमाह की रंगदारी मांगने में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
मो. जावेद उर्फ पप्पू गंजिया एक मामूली स्कूटर मैकेनिक हुआ करता था। अपने एक भाई की हत्या का बदला लेने के लिए जरायम की दुनिया में उतरे पप्पू के सिर पर अपराध का ऐसा जुनून सवार हुआ कि कुछ ही सालों में वह गैंगस्टर बन गया।