लखनऊ। विधानसभा सत्र के दौरान मंगलवार दोपहर विधान भवन के बाहर बागपत की रहने वाली एक महिला ने पहले पेट्रोल पिया और फिर पेट्रोल उड़ेल कर आत्मदाह का प्रयास किया। पहले से तैनात पुलिस वालों ने महिला को आग लगाने से पहले ही पकड़ लिया। इसके बाद उसको इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
महिला का आरोप है कि बागपत पुलिस उसके भाई की मौत के मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। इसी से परेशान होकर उसने विधानभवन के सामने आत्मदाह का प्रयास किया। अतिरिक्त इंस्पेक्टर हजरतगंज प्रमोद कुमार पांडेय ने बताया कि बागपत के छपरौली निवासी सुमन अपने परिवार संग रहती है। सुमन के अनुसार उसके भाई अरविंद पुलिस विभाग में सिपाही था और मुरादाबाद पुलिस लाइन में तैनात था। 27 मार्च को भाई अरविंद मेरठ स्थित ससुराल जाने के की बात कहकर घर से निकले थे। इसके बाद वह लापता हो गया।
परिजनो ने अरविंद के गायब होने की एफआईआर बागपत के छपरौली थाने में दर्ज कराई थी। गायब होने के आठ दिन बाद उसके भाई का शव नहर में मिला था। इस मामले में अरिवंद की पत्नी और ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगा। सुमन का आरोप है कि पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। एसपी बागपत ले लेकर अन्य उच्चाधिकारियों से मुलाकात पर पर कार्रवाई कुछ नहीं हुई। बागपत पुलिस की कार्यशैली से परेशान होकर सुमन मंगलवार को पिता और एक रिश्तेदार के साथ लखनऊ मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार करने आयी थी।
दोपहर वह विधानभवन के सामने पहुंची। वहां पहुंचते ही उसने पेट्रोल से भरी बोतल निकाल ली और पहले पेट्रोल पीया और फिर ऊपर उड़ेल लिया। महिला को पेट्रोल डालते ही देख वहां मौजूद पुलिस वालों के होश उड़ गए। आनन-फानन में पुलिस वालों ने सुमन को पकड़ लिया। सूचना पाकर मौके पर हजरतगंज पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने फौरन सुमन को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। फिलहाल हजरतगंज पुलिस ने घटना की सूचना बागपत पुलिस को दे दी है।