इंदौर में NEET की छात्रा बोली-सवाल पूछने पर मजाक उड़ाया, कोचिंग क्लास में कुर्सी पर खड़ा रख छात्रों से बजवाईं तालियां
इंदौर के एमजी रोड पर कोचिंग क्लास के फैकल्टी हेड पर छात्रा ने प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। छात्रा ने इसकी शिकायत तुकोगंज थाने में की। बुधवार को शिकायत के बाद छात्रा के पिता दोस्त के साथ फैकल्टी हेड से मिलने भी पहुंचे लेकिन नहीं मिले। पिता का आरोप है कि फैकल्टी हेड ने सिर्फ मोबाइल पर ही बात की और सेंटर की महिला स्टाफ से बदसलूकी का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत करने की धमकी देने लगे। इस पर स्टूडेंट और उसके पिता फिर तुकोगंज थाने पहुंचे। यहां सब इंस्पेक्टर शैलेन्द्र अग्रवाल को आवेदन दिया है।
इस मामले में फैकल्टी हेड ने छात्रा द्वारा लगाए सभी आरोपों को निराधार बताया है। कहा कि एडमिशन के समय छात्रा ने ही हमें झूठी जानकारी दी थी।
मैं सलोनी जैन NEET की तैयारी के लिए अपने गांव दसई से इंदौर आई हूं। मैंने एमजी रोड स्थित नारायणा कोचिंग सेंटर में 27 जून को एडमिशन लिया था। कोचिंग में पुष्पेन्द्र सर द्वारा ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से पढ़ाया जाता है। सर भरी क्लास में सभी बच्चों के सामने बार-बार मुझे टारगेट करते हुए मजाक उड़ाने वाले लहजे में कह रहे थे कि ये बच्ची डॉक्टर बनेगी। इसे कुछ नहीं आता। चली डॉक्टर बनने, घर जाओ, तुमने गलत विषय चुन लिया है। बच्चों बजाओ ताली। ऐसा कहते हुए मुझे क्लास से बाहर कर देते हैं।
बार-बार मुझसे यही सब कहकर प्रताड़ित किया गया। मैंने परिजनों को यह बात बताई तो मिलने से मना कर दिया। स्टाफ द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया। पुष्पेन्द्र सर ने पूरी क्लास के सामने मुझे कुर्सी पर खड़ा करके कहा कि ये लड़की कभी डॉक्टर नहीं बन पाएगी। इससे मेरा मानसिक संतुलन बिगड़ रहा है।
छात्रा ने बताया कि कोचिंग पर 15 जून से क्लास स्टार्ट हो गई थी। 27 जून को एडमिशन मिला। इसके बाद क्लास में दिया गया टास्क पूरा नहीं करने और समझ में नहीं आने पर बार-बार सवाल करने पर पुष्पेन्द्र सर मेरा मजाक बनाने लगे। 3 जुलाई डॉक्टर्स-डे पर मुझे पूरी क्लास के सामने कुर्सी पर खड़ा करके ताली बजवाई गई।
मैंने पापा को इस बारे में बताया तो पापा इंदौर आए और कोचिंग सेंटर पर अकाउंटेंट प्रकाश सर से मिलकर पुष्पेन्द्र सर से मिलवाने के लिए कहा। ऐसा करने पर 4 जुलाई को सलोनी को वॉट्सऐप ग्रुप से भी बाहर कर दिया गया।
इस मामले में बुधवार दोपहर तुकोगंज थाने में ड्यूटी पर बैठे इंचार्ज शैलेंद्र अग्रवाल से बात की तो उन्होंने कहा कि वह इस मामले में बात नहीं कर सकते। आवेदन उनकी ड्यूटी के पहले आया हुआ है।
वही थाने पर टीआई जितेन्द्र यादव के पेशी पर जाने के कारण छुट्टी पर होने की बात कहते हुए प्रभार एसआई ब्रज सिंह रघुवंशी के पास होने की बात की गई। उन्होंने मामले में कहा कि वह कलेक्टर की बैठक में हैं। रात में आवेदन देखकर जानकारी दे पाऊंगा।
मामले में कोचिंग क्लास के फैकल्टी हेड डॉक्टर पुष्पेन्द्र वर्मा ने कहा कि एडमिशन के समय छात्रा ने ही गलत जानकारी दी थी। मार्कशीट भी जमा नहीं की। वह प्रताड़ना के जो आरोप लगा रही हैं, वे सभी झूठे हैं। हमारे संस्थान पूरी प्रक्रिया पारदर्शी है। रिफंड को लेकर जो आवेदन आया था, उसकी नियमानुसार प्रोसेस चल रही है।