लखनऊ: 2024 लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान और मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव होने हैं। बहुजन समाज पार्टी इन दो राज्यों के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी है। इसके एक्शन प्लान में खुद मायावती नहीं, बल्कि उनके भतीजे आकाश आनंद हैं। आकाश ने बुधवार को भोपाल में बीजेपी सरकार के खिलाफ सड़क पर पैदल मार्च किया। कांग्रेस और बीजेपी, दोनों पार्टियों को अपने निशाने पर लिया।
आकाश को मायावती ने सौंपी बड़ी जिम्मेदारी
दरअसल जून में बसपा सुप्रीमो मायावती ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के उपचुनाव से पहले अपने भतीजे आकाश आनंद को प्रभारी बनाया। आकाश खासतौर से राजस्थान और मध्य प्रदेश में काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं।
माना जा रहा है कि मायावती ने इन चुनावी राज्यों के सियासी मैदान में आकाश की लॉन्चिंग कर दी है। अगर विधानसभा चुनाव के परिणाम बसपा के पक्ष में रहते हैं, तो आकाश को 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले यूपी में भी बड़ी जिम्मेदारी बुआ मायावती दे सकती हैं।
वर्तमान में आकाश BSP के नेशनल को-ऑर्डिनेटर हैं। हालांकि, लंबे समय से वह अपनी बुआ मायावती के सियासी कार्यक्रमों में मंच पर पीछे की पंक्ति में नजर आते रहे हैं। इतना ही नहीं, मायावती जब पार्टी के पदाधिकारियों की बैठक भी लेती हैं।
तब भी आकाश कभी-कभी कोने में बैठे नजर आ जाते हैं। लेकिन अब शायद मायावती ने ये तय कर लिया है कि भतीजे आकाश को पॉलिटिक्स की पिच पर खुल कर बैटिंग करने दी जाए, इसीलिए कम अनुभव के बावजूद भी आकाश को चार राज्यों में प्रभारी बनाकर कहीं न कहीं बड़ी जिम्मेदारी का एहसास कराने की कोशिश की है।
बहुजन समाज पार्टी के लिए राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़, तीनों राज्य इसलिए महत्वपूर्ण हो जाते हैं। क्योंकि, यूपी के 2022 विधानसभा चुनाव में बसपा का केवल एक विधायक जीता था। वही मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बसपा के दो विधायक जीते थे। राजस्थान के विधानसभा चुनाव में BSP के 6 विधायक जीते, लेकिन कांग्रेस में शामिल हो गए थे। छत्तीसगढ़ के भी विधानसभा चुनाव में BSP के दो विधायक जीत हासिल कर चुके हैं।
आकाश आनंद को इन 4 राज्यों का चुनाव प्रभारी बनाकर मायावती ने यह मैसेज तो साफ दे दिया है कि उनके बाद उनका उत्तराधिकारी कौन होगा। हालांकि, उत्तर प्रदेश में हुए 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले मायावती ने साफ तौर पर कहा था कि अभी वह स्वस्थ है और जब वह खुद को स्वस्थ महसूस नहीं करेंगी।
तब वह अपने उत्तराधिकारी के नाम की घोषणा जरूर करेंगी। हालांकि, तब इस बात का भी जिक्र उन्होंने किया था कि उनका उत्तराधिकारी दलित वर्ग से ही होगा। क्योंकि इस वर्ग ने हमेशा उनका साथ दिया है। अब आकाश आनंद को इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपकर मायावती ने इसके संकेत दे दिए हैं।
आकाश आनंद की उम्र लगभग 31 वर्ष है। आकाश को BSP ने उत्तर प्रदेश में कोई भी बड़ी जिम्मेदारी नहीं सौंपी है। लेकिन राजस्थान में आकाश बीते वर्ष से ही सक्रिय नजर आ रहे हैं। बीते साल अलवर में 13 किलोमीटर लंबी यात्रा निकाली गई। तब भी आकाश आनंद के ही नेतृत्व में ये यात्रा निकाली गई।
अब 16 अगस्त से लेकर 26 अगस्त के बीच BSP के राजस्थान में चुनाव प्रभारी और पार्टी के नेशनल अवॉर्ड इन एक्टर आकाश आनंद राजस्थान सरकार के खिलाफ तकरीबन 10 से ज्यादा जिलों में पैदल मार्च करने वाले हैं। इसमें अशोक गहलोत सरकार की जो नाकामी हैं, उन्हें लेकर राजस्थान में चुनाव से पहले BSP अपने पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश करेगी।
आकाश आनंद के बारे में यह भी कहा जाता है कि बहुजन समाज पार्टी को सोशल मीडिया पर एक्टिव करने और खुद बसपा सुप्रीमो मायावती को सोशल मीडिया की अहमियत समझाने में उनके महत्वपूर्ण भूमिका रही है। आकाश आनंद खुद ट्विटर पर काफी एक्टिव रहते हैं।
आकाश के1.71 लाख से ज्यादा ट्विटर पर फॉलोअर हैं। चाहे अखिलेश यादव को जवाब देना हो या फिर भाजपा सरकार की नीति के खिलाफ कुछ भी बोलना हो। आकाश आनंद ट्वीट के जरिए कहीं ना कहीं पार्टी का पक्ष मजबूती से रखते हैं। आकाश आनंद पर एक बड़ी जिम्मेदारी युवाओं को पार्टी के साथ जोड़ना है। इसके लिए भी लगातार आकाश अलग-अलग राज्यों में युवाओं की अपनी टीम तैयार कर रहे हैं।
बहुजन समाज पार्टी के नेशनल को-ऑर्डिनेटर आकाश आनंद वैसे तो दिल्ली में रहते हैं। लेकिन अब आकाश का नया आशियाना लखनऊ में तैयार हो रहा है। सियासी गलियारों में चर्चा है कि बुआ ने भतीजे आकाश को गिफ्ट में एक आलीशान बंगला दिया है। जो माल एवेन्यू इलाके में कांग्रेस कार्यालय के ठीक बगल में है। मायावती के आवास से चंद कदमों की दूरी पर है। भले ही अभी 9 मॉल एवेन्यू BSP की सियासत का केंद्र हो। लेकिन हो सकता है कि आने वाले दिनों में आकाश का ये नया आशियाना ही पार्टी की सियासत का केंद्र बिंदू बन जाए।