इलेक्ट्रिक बस परिचालकों ने दिया धरना, छह महीने से वेतन नहीं मिलने का आरोप

वाराणसी में इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग स्टेशन पर शुक्रवार को बस चालकों ने हड़ताल कर दी।  ये हड़ताल वेतन ना मिलने के कारण है। शुक्रवार को सैकड़ों की संख्या में चालक चार्जिंग बस स्टैंड पर पड़ताल पर बैठ गए। चालकों का आरोप है कि उन्हें छह महीने से सैलरी नहीं मिली है।

वाराणसी में इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के लिए प्राइवेट कंपनी द्वारा करीब 130 चालकों को हायर किया गया है। अलग-अलग शिफ्ट में ये काम करते हैं। आक्रोशित बस संचालक नारेबाजी करते हुए तत्काल वेतन देने की मांग पर अड़ गए हैं।

सभी बसों को डिपो से बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा। इधर बस का संचालन न होने से लोगों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इलेक्ट्रिक बस डिपो प्रबंधन इस मामले में मूकदर्शक बना रहा। घण्टों बाद सूचना पर पहुँचे परिवहन क्षेत्रीय प्रबंधक गौरव वर्मा के समझाने बुझाने व जल्द ही वेतन दिलवाने के आश्वाशन पर लगभग 4 घंटे बाद हड़ताल समाप्त हुआ। परिचालकों के मानने पर बसों का चलना शुरू हुआ। तब रोड पर बसें फर्राटा मारने लगी। इधर बस प्रबंधन से जुड़े लोग संवाद करने से कतराते रहे।

हड़ताल करने वालो में परिचालकों में मुख्य रूप से आशुतोष विक्रम, रामबाबू, अखिलेश पाल, चंद्रभान, रामबाबू, विपुल सिंह, राजेंद्र पाल, अजय पटेल, साह आलम, इरफान सहित दर्जनों लोग शामिल रहे।

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