इंदौर सियागंज के व्यापारियों से चार करोड़ की ठगी, ठग को ढूंढ़ने वाले को 1 लाख का इनाम

 

इंदौर की चोइथराम सब्जी मंडी में व्यापारियों से 3 करोड़ की ठगी करने का मामला सामने आने के बाद सियागंज के व्यापारियों से 4 करोड़ की ठगी का एक और मामला सामने आया है। यह एक ही सप्ताह में दूसरा मामला है।

सियागंज थोक बाजार के एक दलाल ने यहीं के आधा दर्जन व्यापारियों से 4 करोड़ रुपए ठग लिए। दलाल फरार है और उसकी तलाश के लिए कारोबारियों ने सियागंज में चौराहों और बिजली के पोल पर पोस्टर लगा दिए हैं। दलाल का पता या उसके बारे में सूचना देने वाले को इनाम के तौर पर 1 लाख रुपए दिए जाएंगे। व्यापारियों ने इसकी शिकायत बीते शुक्रवार को कोतवाली पुलिस से की है। इसके बाद से ही पुलिस उसे तलाश रही है।

 

 

आरोपी ठग का नाम गोपाल पुरोहित है। गोपाल बीते करीब 6-7 साल से सियागंज में व्यापारियों के बीच काम कर रहा है। गोपाल सबसे पहले जयेश मेड़तवाल के यहां पर नौकरी करता था। जयेश मेड़तवाल गबन करके भाग गया। इसके बाद गोपाल जयेश के पार्टनर अनूप के यहां नौकरी करने लगा।

सियागंज मार्केट में दलाल द्वारा ठगाए कई व्यापारी तो इसलिए भी सामने नहीं आ रहे हैं कि लेन-देन पक्के बिलों के बजाय पर्चियों पर हुआ है। व्यापारियों को ये भी नसीहत दी जा रही है कि उन्हें ध्यान रखकर उधार और बकाया पर काम करना चाहिए।

 

 

गोपाल शकर और नारियल व्यापारियों से ज्यादा कारोबार करता था। दोनों का लेनदेन नगद में होता है। इसके बावजूद गोपाल ने उधारी से माल उठाया। माल का बिल किसी और के नाम से बनवाता तो पैसे का लेन-देन अन्य नाम से व्यापारियों को करना होता।

गोपाल इंदौर सहित आसपास के जिलों में कामकाज करता था। ब्याज पर पैसे देने वाले व्यापारी भी उसके चंगुल में फंसे हैं। गोपाल एक ओर व्यापारियों से ब्याज पर पैसे लेकर काम करता था। दूसरी ओर पेमेंट देने में देरी होने पर उन्हें ज्यादा ब्याज देने का बात करता था। ब्याज के लालच में व्यापारी उसके झांसे में आते चले गए। गोपाल ने व्यापारियों को ये भरोसा दिला दिया था कि आपका ही माल बेचूंगा और ब्याज भी दूंगा। गोपाल ने कई व्यापारियों का माल लिया और उसे बाले-बाले बेच दिया। इसके बाद रुपए व्यापारियों को नहीं देते हुए खुद अपनी जेब में रख कर भाग गया। व्यापारियों का कहना है कि गोपाल बहुत सरल स्वभाव का दिखता था। ऐसा कभी लगा ही नहीं कि वो ऐसा भी कर सकता है।

 

 

गोपाल पुरोहित सियागंज की दलाल एसोसिएशन का पदाधिकारी भी था। दलाल एसोसिएशन गबन करने वालों पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है और न ही उनके बारे में उसके पास कोई जानकारी होती है। इस घटना के बाद व्यापारी एसोसिएशन अब दलालों के कामकाज को लेकर नए सिरे से नियम बनाएगा। एसोसिएशन में करीब 275 दलाल रजिस्टर्ड हैं जबकि 100 दलाल ऐसे हैं जो बिना पंजीकरण काम कर रहे हैं। बाहरी दलालों की संख्या लगभग 130 है।

फिलहाल उन्हीं दलालों को रजिस्टर्ड किया जाता है, जिनकी दो व्यापारी गारंटी देते हैं। लेकिन अब इसमें बदलाव किया जा रहा है। व्यापारी एसोसिएशन सभी दलालों को नए कार्ड जारी करेगा। साथ ही उन्हीं दलालों को कार्ड मिलेंगे जिसकी गारंटी 5 व्यापारी लेंगे। लोकल और बाहरी दलालों के लिए अलग-अलग गाइडलाइन तय करने का भी निर्णय लिया गया है।

 

 

सियागंज में नौकरी करते हुए गोपाल पुरोहित ने बाजार से पर्चियां-बिल लेकर आना, माल लिखाकर आना ये सारे काम सीखे हैं। नौकरी के दौरान उसकी बाजार के व्यापारियों से अच्छी जान-पहचान और संपर्क हो गया था। दो जगह नौकरी करने के बाद गोपाल ने सियागंज में अपना ही काम शुरू कर दिया। इसी का उसने फायदा उठाया। गोपाल व्यवहारकुशल था और व्यापारी भी उस पर भरोसा करने लगे थे। गोपाल बड़े स्तर पर दलाली का काम करने लगा। वो व्यापारियों से माल खरीद ग्राहकों और इंदौर के आसपास के जिलों के व्यापारियों को बेचता था और कमीशन लेता था। नारियल, शकर, काली मिर्च, जीरा, सौंफ, सुपारी, ड्रायफ्रूट आदि माल गोपाल व्यापारियों से लेकर बेचता था।

 

 

गोपाल 14 दिन पहले यानी 1 अगस्त से गायब है। आखिरी बार 31 जुलाई को व्यापारियों ने उसे मार्केट में देखा था। इंदौर में गोपाल एयरपोर्ट रोड स्थित ससुर के मकान में किराए से परिवार सहित रहता था। व्यापारियों ने जब उसके बारे में पता किया तो जानकारी मिली की वो 30 जुलाई को ही घर खाली कर यहां से चला गया है। ससुर रायपुर में रहते हैं। इंदौर में उसके किसी रिश्तेदार के बारे में भी व्यापारियों के पास कोई जानकारी नहीं है। उसका फोन भी लगातार बंद आ रहा है। जब व्यापारियों को यह कंफर्म हो गया कि गोपाल भाग गया है तो व्यापारियों ने बाजार में उसके पोस्टर लगा दिए।

 

 

शकर कारोबारी की तरफ से पुलिस को मामले में आवेदन भी जा चुका है। करीब सात आवेदन अभी तक व्यापारियों की तरफ से सामने आ चुके हैं। सियागंज व्यापारी एसोसिएशन भी व्यापारियों से संपर्क कर रही है। व्यापारियों ने उन्हें भी जानकारी दी है। प्रारंभिक तौर पर करीब 4 करोड़ के गबन की बात सामने आई है। ठगी का शिकार हुए व्यापारियों की संख्या बढ़ सकती है।

 

 

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