हिमाचल प्रदेश में बारिश और भूस्खलन से हाहाकार मचा हुआ है। प्रदेश भर में भारी बारिश का कहर जारी है। बारिश की वजह से जगह-जगह लैंडस्लाइड हो रही है। इसकी वजह से कई सड़कें बंद हो गई हैं। शिमला के समरहिल इलाके में भूस्खलन की चपेट में शिव मंदिर आ गया है। मलबे में 40 से ज्यादा श्रद्धालु दब गए। तीन शव निकाले जा चुके हैं। बचाव अभियान जारी है। इससे पहले सोलन में बादल फटा था। इसमें सात लोगों की मौत हो गई।
हिमाचल प्रदेश में सोमवार को बारिश के कहर के बीच शिमला में दो भूस्खलन और सोलन में बादल फटने से करीब 16 लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि समर हिल इलाके में एक शिव मंदिर ढह गया था और फागली इलाके में एक अन्य जगह जहां कई घर मिट्टी और कीचड़ के नीचे दब गए थे। मलबे से नौ शव निकाले गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक अभी कई और लोगों के फंसे होने की आशंका है। सोलन जिले में बादल फटने से एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गई। रविवार रात बादल फटने से सोलन में दो घर बह गए। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि छह लोगों को बचा लिया गया, जबकि जादोन गांव में सात अन्य की मौत हो गई।
मंडी की मझबाड़ पंचायत में बादल फटा है। दो आदमी मलबे में दब गए हैं, जबकि यहां कुछ लापता हैं। जिनकी तलाश जारी है। यहां पर भारी बारिश ने तबाही मचाई है। घुमारवीं के तियूनखास तियूड़ी गांव में रात को भूस्खलन हो गया। इसको लेकर लगभग 11 परिवारों के घर खाली करवाए गए हैं।
अड्डा विला पार्किंग चितकारा पार्क रोड ब्लॉक के पास भूस्खलन हो गया है। शिमला शहर में शोघी-मेहली सड़क अवरुद्ध है। फागली-खलिनी सड़क लालपानी पुल पर बंद है। एडवर्ड स्कूल के पास हिमलैंड-बैम्ब्लो रोड अवरुद्ध है। विकासनगर-छोटा शिमला मार्ग भी बंद हो गया है। सीआईडी कार्यालय पर विकासनगर-पंथघाटी मार्ग अवरुद्ध हो गया है। टूटीकंडी से आईएसबीटी सड़क द्विभाजन पर अवरुद्ध है।
इसके अलावा, सोलग के पास दाड़ला मोड़ से बैरी रोड बंद हो गया है। रविवार को ट्रैफिक दाड़ला मोड़ से नवगांव बैरी बरमाना घागस डायवर्ट किया था। अब नवगांव बैरी सड़क भी सोलग के पास बंद है। लहासा गिरने से मार्ग बाधित हुआ है। वाहन चालकों को खारसी से जब्बलपुल लिंक रोड से घागस पहुंचना पड़ेगा। धर्मशाला शिमला रोड अभी तक दगसेच के पास बंद है। घुमारवीं विधानसभा के तलवाड़ा के ढटोह गांव में बड़ा भूस्खलन हुआ है। प्रशासन ने कुछ घर खाली कराए हैं। बड़सर विधानसभा क्षेत्र के ब्याड के पास एक कार पानी के तेज बहाव की चपेट में आई। गाड़ी में सवार तीन लोगों में से दो को पुलिस टीम ने रेस्क्यू किया। ड्राइवर तेज बहाव में बह गया। उसको ढूंढने के प्रयास लगातार जारी हैं। बताया जा रहा है कि पानी के तेज बहाव में गाड़ी के फंसने के बाद ड्राइवर गाड़ी की छत पर चढ़ गया था। जहां से फिसलने के बाद पानी के तेज बहाव में बह गया। स्थिति का जायजा लेने के लिए बड़सर के विधायक इंद्रदत्त लखनपाल मौके पर पहुंच गए हैं।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोलन के जादोन गांव में बादल फटने से सात लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट किया, हमने अधिकारियों को इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता और समर्थन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
जानकारी के अनुसार, पुलिस नियंत्रण कक्ष सोलन को मिली सूचना के अनुसार, गांव जादोन डाकघर में बादल फटने की घटना हुई। इससे दो मकान और एक गोशाला बह गई। जडौण गांव में रती राम और इसके बेटे हरनाम के दो मकान भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हो गए। इसमें सात लोगों की मौत हो चुकी है। चार पुरुष और तीन महिलाएं शामिल हैं। मृतको में हरनाम (38), कमल किशोर (35), हेमलता (34), राहुल (14), नेहा (12), गोलू (8), रक्षा (12) शामिल हैं। एक महिला कान्ता देवी की टांग टूट गई है। उसे उपचार के लिए भेजा गया है। जबकि पांच लोग ठीक हैं। एसडीएम कंडाघाट सिद्धार्थ आचार्य ने यह जानकारी दी। इसके पड़ोस के गांव जाबल में गौशाला गिरने से पांच पशु मर गए।
जिला सोलन में रविवार देर रात बादल फटने से बाढ़ के साथ आए मलबे में दो मकान और एक गौशाला बह गई। बादल फटने की इस घटना में पांच लोगों को मौत हो गई, जबकि तीन लापता हैं, टीम ने पांच लोगों को बचा लिया है। इसके अलावा भूस्खल के चलते कई हाईवे और सड़कें बंद हो गई हैं।
हिमाचल प्रदेश में बारिश और भूस्खलन से हाहाकार मचा हुआ है। प्रदेश भर में भारी बारिश का कहर जारी है। बारिश की वजह से जगह-जगह लैंडस्लाइड हो रही है। इसकी वजह से कई सड़कें बंद हो गई हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार ने स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए हैं। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने 14 अगस्त को प्रस्तावित परीक्षाओं को स्थगित किया है।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बड़ी घटना हुई है। शिमला के समरहिल इलाके में भूस्खलन की चपेट में शिव मंदिर आ गया है। मलबे में 40 से ज्यादा श्रद्धालु दब गए। तीन शव निकाले जा चुके हैं। बचाव अभियान जारी है। इससे पहले सोलन में बादल फटा था। इसमें सात लोगों की मौत हो गई। जबकि पांच लोगों का रेस्क्यू किया गया। मंडी में भी बादल फटा है।