कोटा में अगस्त महीने में हुआ चौथा सुसाइड, IIT की तैयारी करने आया था, 10 घंटे फंदे से लटका रहा

 

राजस्थान के कोटा में कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब एक और मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि स्टूडेंट करीब 10 घंटे तक फंदे पर झूलता रहा।

अगस्त महीने में ये चौथा और 8 महीने ये 21वां सुसाइड है। इधर, घटना की जानकारी मिलने के बाद परिजन बुधवार सुबह 10 बजे महावीर नगर थाना पहुंचे।

घटना सोमवार रात करीब 10 बजे बाद की बताई जा रही है और पुलिस को मंगलवार रात 8 बजे सूचना मिली। हालांकि अभी तक सुसाइड के कारणों का पता नहीं लग पाया है।

महावीर नगर थाना के SHO परमजीत ने बताया कि वाल्मीकि प्रसाद जांगिड़ (18) डेढ़ साल पहले जुलाई 2022 में कोटा आया था। यहां महावीर नगर थर्ड इलाके में किराया पर रहता था।

15 अगस्त को छुट्‌टी होने के कारण सभी स्टूडेंट अपने रूम में थे। मंगलवार शाम 7 बजे तक जब पास रहने वाले स्टूडेंट ने वाल्मीकि को नहीं देखा तो रूम का दरवाजा खटखटाया।

लेकिन, कोई जवाब नहीं मिला। इस पर स्टूडेंट्स ने मकान मालिक को सूचना दी तो वे आधे घंटे बाद यहां पहुंचे। उन्होंने ने भी दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया। जब अंदर से कोई जवाब नहीं आया तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी।

 

रात करीब 8 बजे पुलिस की मौजूदगी में जब रूम का दरवाजा खोला गया तो वाल्मीकि कमरे की खिड़की से लटका था। इसके बाद वाल्मीकि के परिजनों को सूचना दी गई।

प्रारंभिक जानकारी में सामने आया कि वाल्मीकि डेढ़ साल पहले जुलाई 2022 में कोटा आया था। यहां रहकर पहले सेशन में उसने आईआईटी की तैयारी की थी। हालांकि ये अभी तक पता नहीं चल पाया है कि इस दौरान एग्जाम दिया था या नहीं।

अभी कोटा में रहकर दूसरे सेशन की तैयारी कर रहा था। इधर, घटना की जानकारी मिलने के बाद वाल्मीकि के पिता महावीर नगर थाना पहुंचे। पिता आर्मी से रिटायर्ड है और वाल्मीकि दो बहनों का इकलौता भाई था।

 

10 अगस्त: यूपी के आजमगढ़ के रहने वाले मनीष प्रजापति (17) ने हॉस्टल में फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। मनीष 6 महीने पहले ही कोटा आया था और जेईई की तैयारी कर रहा था। सुसाइड से कुछ घंटे पहले ही उसके पिता उससे मिलकर गए थे।

4 अगस्त: बिहार के मोतीहार के रहने वाले भार्गव मिश्रा (17) ने रात को अपने कमरे में सुसाइड किया। उसने कूलर में पानी भरने वाले पाइप से फांसी का फंदा बनाया और आत्महत्या की। भार्गव मिश्रा 4 महीने पहले ही कोटा आया था।और जेईई तैयारी कर रहा था।

3 अगस्त: यूपी के रामपुर जिले के निवासी मंजोत छाबड़ा (18) की का शव हॉस्टल के रूम में संदिग्ध हालात में मिला था। मुंह पॉलीथिन से बंधा था, दोनों हाथ भी रस्सी से बंधे थे। उसके कमरे की दीवार पर तीन नोट लगे हुए थे। मंजोत 4 महीने पहले ही कोटा आया था। नीट की तैयारी कर रहा था। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई थी।

 

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