सदर कोतवाली क्षेत्र के टीचर्स कालोनी निवासी अनुपम सिंह का पुत्र चंदन (15), कुंदन सिंह (8) हरिहरगंज निवासी श्यामबाबू का पुत्र आनंद सोनी (15) व दुर्गा नगर हरिहरगंज निवासी विवेक शर्मा का पुत्र कुशल शर्मा (15) 12 अगस्त की सुबह स्कूल जाने को निकले थे। इसके बाद लापता हो गए थे। सिर्फ आनंद स्कूल पहुंचा था। खोजबीन के दौरान चारों परिवारों ने एक दूसरे संपर्क किया। कोई पता नहीं लगने पर सगे भाइयों की मां स्नेहलता ने बच्चों के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। चारों को कोतवाली पुलिस ने सोमवार दोपहर ज्वालागंज के पास से पकड़ा। परिजनों को सुपुर्द किया।
स्नेहलता ने बताया कि सुबह बच्चों को देर से स्कूल जाने पर डांटा था। इसके बाद छोटे बेटे कुंदन ने पांच रुपये झंडा खरीदने को मांगे। उसने 15 रुपये देकर दोनों को भेजा था। उसके बाद दोपहर होने पर आनंद की मां बच्चों की पूछताछ को आई। बच्चों के साथ कुशल रहता है। उसके बारे में पता लगाया तो वह भी गायब था। घर लौटे बच्चों से पूछताछ में पता लगा कि कुशल के पास रुपये थे। चारों अचानक चित्रकूट घूमने चले गए थे। यह लोग कई दिन से भागने की योजना बना रहे थे। सभी बस से चित्रकूट पहुंचे। इसके बाद बस से ही प्रयागराज के रास्ते लौटकर आए हैं। कोतवाल शमशेर बहादुर सिंह ने बताया कि बच्चों को परिजनों के सुपुर्द किया है।