उत्तरप्रदेश: उन्नाव के बांगरमऊ में मायके में रह रही गर्भवती पत्नी से रात में हुए आपसी विवाद के बाद पति ने गले और दोनों हाथ पर हमला कर हत्या कर दी। वह रात में ही भाग निकला। मृतका के पिता की तहरीर पर पुलिस ने पति पर रिपोर्ट दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। दो डॉक्टरों के पैनल से कराए गए पोस्टमार्टम में गर्दन पर ब्लेड से तीन वार और दोनों हाथ की नस काटने की पुष्टि हुई है।
जिस पति ने गर्भवती संजीदा को मौत की नींद सुला दिया उससे दो साल पहले प्रेम विवाह किया था। संजीदा ने समीर से दूसरा विवाह किया था। पांच साल पहले उसकी शादी कन्नौज के जलालाबाद में हुई थी। पहले पति से एक बेटी भी है, जो संजीदा के साथ ही रहती है।
दो साल पहले आसीवन थानाक्षेत्र के गांव बारीथाना में संजीदा (अब मृतका) के चचेरे भाई शानू की शादी थी। वह शादी में शामिल होने गई थी। इसी शादी में चचेरे बड़े भाई फहीम का साला फतेहपुर चौरासी के पैंतरा गांव निवासी समीर (हत्यारोपी पति) भी शामिल होने आया था। दोनों में बातचीत हुई और फिर फोन पर बात होने लगी और नजदीकियां बढ़ गईं।
इसके बाद पति से अनबन के चलते संजीदा अधिकतर मायके में रहने लगी। कन्नौज निवासी पति को इसकी जानकारी हुई तो उसने संजीदा को तलाक दे दिया और बेटी नाबिया को भी साथ रखने से इन्कार कर दिया। तलाक के बाद संजीदा और समीर ने परिजनों को बिना बताए कोर्ट मैरिज कर ली।
हत्या को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं। जिसमें मृतका के किसी दूसरे से बात करने के साथ उसके गर्भ में पल रही दूसरी बेटी भी हो सकती है। उसके पहले से भी एक बेटी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक आठ महीने की गर्भवती मृतका संजीता के गर्भ में दूसरी भी बेटी ही थी। डॉक्टर ने 25 अगस्त प्रसव की तिथि दे रखी थी। परिजन प्रसव का इंतजार कर रहे थे। लेकिन पांच दिन पहले वह हमेशा के लिए परिजनों से जुदा हो गई।