लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 80 सीटों पर कमल खिलाने के लिए आने वाले दिनों में भाजपा ‘वोटर चेतना महाअभियान’ के जरिए सवा करोड़ मतदाता बढ़ाएगी। प्रदेश के 1.61 लाख मतदान बूथों में से प्रत्येक बूथ पर 100 मतदाताओं की संख्या बढ़ाने और 25 फर्जी मतदाताओं के नाम कटवाने का लक्ष्य जिलाध्यक्षों को दिया गया है। मंगलवार को अभियान को लेकर पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में हुई बैठक में जिलाध्यक्षों को हर विधानसभा क्षेत्र में 20 हजार नए मतदाताओं के नाम बढ़ाने, खासतौर पर महिला व युवा मतदाताओं की संख्या बढ़ाने का एजेंडा सौंपा गया।
बैठक में राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम ने कहा कि सपा की ओर से भी अपने मतदाताओं के नाम बढ़वाने के साथ दूसरे दलों के मतदाताओं के नाम कटवाने पर जोर दिया जाता है। भाजपा कार्यकर्ताओं को भी अपनी विचारधारा से संबंधित मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में शामिल कराने हैं। भाजपा के प्रदेश महामंत्री अनूप गुप्ता ने कहा कि महाअभियान के लिए प्रदेश से लेकर मंडल स्तर तक कमेटी गठित की जाएगी। कमेटी में मतदाता सूची प्रमुख, सह प्रमुख, आईटी टीम के सदस्य, विधायक और सांसद भी शामिल रहेंगे।
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि मतदाता सूची में नाम जोड़ने के बाद किसी भी मतदाता को छोड़ना नहीं हैं। उनसे लगातार संपर्क और संवाद रखकर पार्टी का वोट पक्का करना है। चौधरी ने उदाहरण दिया कि कर्नाटक में भाजपा ने जितने मतदाता बढ़ाए थे, उनमें से केवल 50 प्रतिशत ही वोट पार्टी को मिला। जबकि कांग्रेस ने जितने बढ़ाए थे, उनका 94 फीसदी कांग्रेस को मिला। दुष्यंत गौतम ने बताया कि महाअभियान के लिए 24 अगस्त से बैठकों का दौर शुरू होगा।
अभियान में युवा और महिला मतदाताओं को जोड़ने पर जोर दिया जाएगा। अभियान के तहत पन्ना प्रमुख अपने पन्ने में दर्ज 60 मतदाताओं से घर-घर जाकर जनसंपर्क करेंगे। जिन मतदाताओं के नाम विधानसभा चुनाव-2022 में मतदाता सूची से कट गए थे, उनके भी नाम शामिल कराए जाएंगे। यदि प्रत्येक मतदान बूथ पर 100 मतदाता बढ़ाए गए तो 1.61 करोड़ तक मतदाता बढ़ जाएंगे। इसी प्रकार यदि प्रत्येक बूथ से 25 फर्जी मतदाताओं के नाम काटे गए तो 40.30 लाख मतदाताओं के नाम कट जाएंगे। इस तरह मतदाता सूची में कुल 1.20 करोड़ से अधिक मतदाताओं के नाम बढ़ेंगे।