ओमप्रकाश गौतम संवाददाता
अतर्रा/बांदा | अतर्रा ग्रामीण क्षेत्र के 6 कोटेदारों द्वारा सरेआम शासन के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है | ग्रामीण क्षेत्र से आवंटित छ: दुकानें जो ग्रामीणों को सरकार के द्वारा दिए जा रहे सस्ते राशन को पहुचाने की जिम्मेदारी का निर्वाहन करना था | परंतु दुर्भाग्य देखिये की कोटेदारों द्वारा सरेआम अपनी मनमानी की जा रही है , ग्रामीण क्षेत्र की दुकनो को शहरी क्षेत्र के निवासी संचालित कर रहे हैं | जिस समय दुकानें आवंटित हुई उस समय फर्जी चौहद्दी एवं फर्जी निवासी लगाकर दुकान आवंटित करा लिया लेकिन जब से दुकान आवंटित हुई तब से आज तक नियमों को ताक पर रखकर शहर में संचालित हो रही है |
अगर चौहद्दी की जांच कराई जाए तो सभी 6 दुकानें आवंटित स्थान से अलग पायी जाएगी | आश्चर्य की बात यह भी है कि चुन्नू प्रभाकर की दुकान को ठेके पर लेकर राजबहादुर गुप्ता चलाता है और इसकी जानकारी विभाग को भी है | कार्डधारकों ने मांग की, कि दुकानें को सस्पेंड करके ग्रामीण क्षेत्र के व्यक्ति को दुकान दी जाए तभी हमारी समस्या का समाधान होगा | आपकी जानकारी के लिए बता दे कि जिला पूर्ति अधिकारी, एवं क्षेत्रीय पूर्ति निरिक्षक को संम्पूर्ण जानकारी भी है लेकिन ना जाने किस आर्थिक एवं प्रशासनिक दबाव के चलते अपने चहेते कोटेदारों पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं | अगर इस प्रकरण के संम्बंध में दुकानदारों पर संस्पेनसन् की कार्यवाही हो जाये तो विभाग का एक कडा संदेश जायेगा |