रूस बोला- प्रिगोजिन की हत्या के आरोप है सफेद झूठ, जांच के बाद करेंगे मौत की पुष्टि

 

विदेश: रूस में पुतिन के बागी वैगनर चीफ की 23 अगस्त को हुई मौत अब तक एक गुत्थी बनी हुई है। मॉस्को के पास उनका प्लेन कैसे क्रैश हुआ, ये पहेली सुलझाने के लिए विमान के रिकॉर्डर्स की जांच की जाएगी। BBC के मुताबिक, घटनास्थल से जांच अधिकारियों को 10 शव और फ्लाइट रिकॉर्डर्स बरामद हुए हैं। जांच अधिकारियों ने बताया कि मॉलिक्यूलर-जेनेटिक टेस्ट के जरिए शवों की पहचान की जाएगी।

 

दूसरी तरफ, पश्चिमी देशों की तरफ से आशंका जताई जा रही है कि प्रिगोजिन की मौत एक हादसा नहीं, साजिश हो सकती है। इस पर क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा- ये सफेद झूठ है। अल जजीरा के मुताबिक, रूस ने प्रिगोजिन की मौत की पुष्टि करने इनकार कर दिया है। पेस्कोव ने कहा- जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता।

 

वहीं बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने प्रिगोजिन की मौत को हैरान करने वाला बताया। उन्होंने कहा- मौत से पहले मैंने प्रिगोजिन को आगाह भी किया था। जब वैगनर चीफ ने पुतिन के खिलाफ विद्रोह किया था, मैंने तब भी उसे संभलकर फैसले लेने को कहा था।

इस पर प्रिगोजिन ने जवाब दिया था कि उन्हें मौत से डर नहीं लगता। इसके बाद जब वो और दिमित्री उत्किन (वैगनर के को-फाउंडर और प्रिगोजिन के करीबी) मुझसे मिलने आए थे, तब भी मैंने उन्हें सतर्क रहने को कहा था।

 

पुतिन पर लग रहे प्रिगोजिन की हत्या के आरोपों पर लुकाशेंको ने कहा- पुतिन ऐसा नहीं कर सकते। वो प्रिगोजिन को मारने का आदेश नहीं देंगे। मैं उन्हें जानता हूं। वो बहुत शांत और सोच-समझकर फैसला लेने वालों में से हैं। उन्हें इसका दोषी नहीं ठहराया जा सकता है।

लुकाशेंको ने कहा- अगर वैगनर आर्मी की बात करें, तो उनके लड़ाके बेलारूस में ही रहेंगे। जब तक हमें जरूरत होगी, तब तक वैगनर यहीं रहकर हमारे साथ काम करेगा।

 

इससे पहले गुरुवार यानी 24 अगस्त को प्रिगोजिन की मौत के करीब 24 घंटे के बाद राष्ट्रपति पुतिन का बयान सामने आया था। उन्होंने वैगनर चीफ की मौत पर दुख जताया था। पुतिन ने कहा था- प्रिगोजिन टैलेंटेड कारोबारी थे। मुझे प्लेन क्रैश में उनकी मौत का अफसोस है। उन्होंने कुछ बड़ी गलतियां की थीं, लेकिन कई अच्छे काम भी किए थे।

 

पुतिन ने आगे कहा था- मैं उन्हें काफी लंबे वक्त से जानता था। पहली बार 1990 के आसपास उनसे मुलाकात हुई थी। उनको लेकर कुछ दिक्कतें जरूर थीं। जहां तक मुझे जानकारी है, प्रिगोजिन बुधवार को ही अफ्रीका से वापस मॉस्को आए थे। यूक्रेन में वैगनर ने जो किया, उसे हम भूल नहीं सकते। इस प्लेन क्रैश की जांच में कुछ वक्त लगेगा।

 

बुधवार को वैगनर चीफ जिस प्लेन में सवार थे, वो क्रैश हो गया था। रूस की एविएशन मिनिस्ट्री के मुताबिक, पैसेंजर लिस्ट में प्रिगोजिन का नाम था और वो इसमें सवार थे। वो प्राइवेट आर्मी वैगनर ग्रुप के चीफ थे। क्रैश में 10 लोग मारे गए थे।

यह एयरक्राफ्ट मॉस्को से सेंट पीटर्सबर्ग जा रहा था। प्रिगोजिन के अलावा इस प्लेन में प्राइवेट आर्मी के को-फाउंडर और पूर्व रूसी स्पेशल फोर्स कमांडर दिमित्री उत्किन भी सवार थे। वैगनर के और भी अधिकारी विमान में मौजूद थे।

 

23 जून को वैगनर ग्रुप ने रूस के खिलाफ विद्रोह की घोषणा की थी। वैगनर आर्मी यूक्रेन के कैंप छोड़कर रूसी सीमा में दाखिल हो गई थी। उसने रोस्तोव शहर और मिलिट्री हेडक्वार्टर पर कब्जा कर लिया था। प्रिगोजिन ने तब कहा था- हम मरने से नहीं डरते। उन्होंने दावा किया था वैगनर लड़ाकों ने रूसी सेना के कई हेलिकॉप्टर्स को मार गिराया था। RT के मुताबिक, प्रिगोजिन ने रूस के रक्षा मंत्री को रोस्तोव आकर उनसे मिलने के लिए कहा था।

 

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