भारत का दौरा टाल सकते हैं चीनी राष्ट्रपति, G-20 समिट में PM ली कियांग होंगे शामिल

 

विदेश: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भारत में होने वाले G-20 समिट में शामिल नहीं होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। रॉयटर्स की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट के मुताबिक चीन और भारत के सूत्रों ने ये जानकारी दी है। भारत के 2 अधिकारियों, एक डिप्लोमेट और एक G-20 के सदस्य देश के अधिकारी ने बताया है कि शी जिनपिंग की जगह चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग बैठक में शामिल होंगे।शी जिनपिंग सिर्फ G-20 ही नहीं बल्कि आसियान देशों की बैठक में भी शामिल नहीं होंगे।

 

 

इससे पहले भारत में होने वाले G-20 समिट को उस मंच के तौर पर देखा जा रहा था, जहां चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन मिल सकते थे। चीन में मौजूद दो अधिकारियों ने रॉयटर्स को बताया कि अभी उन वजहों का पता नहीं चल पाया है जिसकी वजह से शी जिनपिंग भारत नहीं आ रहे हैं। चीन के राष्ट्रपति ने इस साल केवल 2 विदेश दौरे किए हैं। वो मार्च में रूस और अगस्त में ब्रिक्स समिट में शामिल होने साउथ अफ्रीका गए थे।

 

 

इससे पहले खबर आई थी कि शी जिनपिंग समिट में शामिल होने के लिए भारत आ सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी इस समिट के लिए आने वाले थे। दिल्ली में जिनपिंग और उनके डेलिगेशन के लिए होटल ताज पैलेस बुक भी किया गया था। पिछले महीने साउथ अफ्रीका में हुई ब्रिक्स समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग के बीच बातचीत हुई थी।

 

 

दोनों नेताओं ने ब्रिक्स समिट के आखिरी दिन 24 अगस्त को मुलाकात की थी।। इस दौरान दोनों के बीच बॉर्डर विवाद सुलझाने को लेकर चर्चा की गई थी। हालांकि, इसके 5 दिन बाद और G-20 समिट से ठीक 10 दिन पहले चीन ने विवादित नक्शा जारी कर अक्साई चिन और अरुणाचल को अपना अभिन्न बताया। भारत ने इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है। अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन को अपना बताने के चीन के दावे को भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने सिरे से खारिज कर दिया। कहा कि ये चाइना की पुरानी आदत है।

 

 

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन अगले अगले हफ्ते भारत में होने वाली G20 समिट में हिस्सा नहीं लेंगे। क्रेमलिन के स्पोक्सपर्सन दिमित्री पेस्कोव ने इसकी पुष्टि कर दी है। पुतिन ने 2019 में आखिरी बार जापान में हुई G20 समिट में इन पर्सन शिरकत की थी।

2020 में रियाद और 2021 में रोम में हुई समिट में भी पुतिन वर्चुअली शामिल हुए थे। 2022 में बाली में हुई समिट में भी रूसी राष्ट्रपति मौजूद नहीं थे। पुतिन की जगह फॉरेन मिनिस्टर सर्गेई लावरोव नई दिल्ली आएंगे। समिट 9 और 10 सितंबर को होगी।

 

 

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