80 प्रतिशत से कम फीडिंग करने वाले परियोजना अधिकारियों से मांगा स्पष्टीकरण
फतेहपुर। जिला पोषण समिति एवं कन्वर्जेंस विभागों की मासिक समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी श्रीमती श्रुति की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिलाधिकारी ने पोषाहार वितरण की समीक्षा के दौरान पोषण ट्रैकर पोर्टल में जिन ब्लॉक की फीडिंग 80 प्रतिशत से कम है उन परियोजना अधिकारियो को स्पष्टीकरण लेने और बैठक में ब्लॉक खजुहा, असोथर के बाल विकास परियोजना अधिकारी के अनुपस्थित रहने पर स्पष्टीकरण लेने के निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिए। डीएम ने बाल विकास परियोजना अधिकारियो को निर्देशित किया कि जिन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा फीडिंग नही की गई है उनसे स्पष्टीकरण ले और रिपोर्ट से अवगत कराए। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया कि सभी ब्लाको में आवंटित पोस्ट के सापेक्ष नियुक्त आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की रिपोर्ट से अवगत कराए। उन्होंने कहा कि शासन की मंशानुरूप बच्चो और गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओ, किशोरियों के पोषण स्तर में अपेक्षित सुधार लाने के साथ ही परस्पर निगरानी भी रखे। महिलाओं को अपने व बच्चो के स्वास्थ्य के बारे में जागरूक किया जाय। कुपोषित सैम, मैम बच्चों को चिन्हित करते हुए अनुमन्य सभी सुविधाए मुहैया कराए साथ ही पोर्टल पर फीड किया जाय। बी0एच0एन0डी0 दिवस के पूर्व बी0एच0एन0डी0 दिवस में प्रयोग होने वाले उपकरणों की क्रियाशीलता की जांच कर ले और दिवस पर सभी अनुमन्य जांचे कराई जाय। उन्होंने निर्माणाधीन आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण जल्द से जल्द पूर्ण कराने के निर्देश कार्यदायी संस्था को दिए। जिन आंगनबाड़ी केंद्रों में विद्युत संयोजन अभी तक नही हो पाया हैं। उनपर तत्काल के विद्युत संयोजन करने के निर्देश दिए। उन्होंने बाल विकास परियोजना अधिकारियो को निर्देशित किया कि अपने दायित्वों का निर्वाहन पूरी जिम्मेदारी एवं संवेदनशीलता के साथ करे, कार्यों में लापरवाही/शिथिलता क्षम्य नही होगी। जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया कि ब्लाकों के बाल विकास परियोजना के कार्यों की निगरानी पूरी संवेदनशीलता के साथ बनाए रखे । इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल, जिला कार्यक्रम अधिकारी साहब सिंह यादव, जिला पंचायत राज अधिकारी उपेन्द्र राज सिंह, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 इस्तियाक अहमद, एनआरसी चिकित्सक(जिला अस्पताल), स्वयं सेवी संगठन के पदाधिकारी सहित बाल विकास परियोजना अधिकारीगण उपस्थित रहे।