लखनऊ विश्वविद्यालय को परीक्षा संबंधी कार्यो को आसानी से निपटाने के लिए जल्द ही एक नया परीक्षा भवन मिलने जा रहा है। इस भवन के मिलने से विवि के परीक्षा संबंधी सभी कार्य एक भवन में संपादित किए जा सकेंगे। जिससे परीक्षा में मूल्यांकन से लेकर परिणाम जारी करने तक सभी कार्यो में सरलता होगी। लखनऊ विश्वविद्यालय के पिछले हिस्से में मिलनी पार्क चौराहा के निकट प्रस्तावित इस भवन के निर्माण में 23 करोड़ से अधिक की लागत का खर्च आएगा।
LU में मौजूदा समय में परीक्षा से जुड़ा पूरा काम बिखरा है। कोडिंग-डिकोडिंग अलग जगह होती है।उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन छह जगहों पर होता है। इसमें मुख्य परिसर के एचआरडीसी, ज्योतिर्विज्ञान, ओएनजीसी, एसबीआई से न्यू कैंपस का आईएमएस व इंजीनियरिंग संकाय शामिल है। हर एक मूल्यांकन अगला का ओएसडी नियुक्त किया जाता है। जिनके अंदर एक दर्जन से अधिक शिक्षकों की संख्या होती है। दूसरा कापियों को इधर-उधर पहुंचाने के लिए गाड़ियों का खर्चा होता है।
मूल्यांकन केंद्रों से कापियां जांचने के बाद रिजल्ट की प्रक्रिया शुरू होती है। पहले कॉपियां स्कैन किया जाता है। उसके बाद टेबुलेशन रिपोर्ट (TR) बनाई जाती है। TR को फिर मूल्यांकन केंद्रों पर भेजा जाता है। यहां भी गाड़ियों का इस्तेमाल होता है। टीआर के मिलान के बाद दोबारा फिर उसे परीक्षा भवन भेजा जाता है। इसके बाद रिजल्ट निकालने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। नए परीक्षा भवन निर्माण से सभी कार्य एक जगह होंगे। इससे 10 से 15 दिन पहले नतीजे जारी हो सकेंगे।
नव निर्मित परीक्षा भवन सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। जिसमें परीक्षा संबंधी सभी कार्यो के सुरक्षा इंतजाम होंगे। यहां बायोमीट्रिक या फेस रिकॉगनाइजेशन के बगैर किसी को भी प्रवेश नहीं मिलेगा। नवीन भवन में चार तल बनना प्रस्तावित हैं। अक्टूबर महीने में ही कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय से नए परीक्षा भवन का शिलान्यास कराए जाने की तैयारी हैं।