विदेश: वैगनर चीफ प्रिगोजिन की मौत के बाद अब ब्रिटेन उनकी प्राइवेट आर्मी को आतंकवादी संगठन घोषित करने वाला है। BBC के मुताबिक, इस फैसले के बाद ब्रिटेन में इस वैगनर ग्रुप से जुड़ना या उनका समर्थन करना गैर-कानूनी हो जाएगा। इसके लिए संसद में बिल भी लाया जा रहा है। इस ऑर्डर के तहत वैगनर की प्रॉपर्टी को आतंकियों की संपत्ति घोषित करने जब्त कर लिया जाएगा।
ब्रिटेन की होम सेक्रेटरी सुएला ब्रेवरमैन ने कहा- वैगनर ग्रुप रूस के राष्ट्रपति पुतिन का एक मिलिट्री टूल था। ये हिंसक और विनाशकारी है। यूक्रेन और अफ्रीका में उन्होंने जो किया वो दुनिया के लिए खतरा है। वैगनर की गतिविधियां अस्थिरता फैलाने वाली होती हैं, जो सिर्फ रूस के राजनीतिक मंसूबों को साधती हैं।
सुएला ने कहा- वैगनर के लड़ाके आतंकवादी हैं। ये बात साफ है और अब ब्रिटेन के कानून में भी यही माना जाएगा। वैगनर आर्मी का नाम UK में बाकी आतंकी संगठनों के साथ जोड़ा जाएगा। इनमें हमास और बोको हराम शामिल हैं। कानून का उल्लंघन करने पर दोषी को 14 साल की जेल और करीब 5.22 लाख रुपए तक का जुर्माना देना होगा।
BBC के मुताबिक, यूक्रेन के खिलाफ जंग में वैगनर ग्रुप ने रूस की तरफ से एक अहम किरदार निभाया है। इसके अलावा, सीरिया, माली और लीबिया जैसे अफ्रीकी देशों में रूसी ऑपरेशन में वैगनर का हाथ रहा है। वैगनर के लड़ाकों पर यूक्रेन में नागरिकों पर जुर्म करने और उनकी हत्या करने का आरोप है। जुलाई में ब्रिटेन ने दावा किया था कि प्राइवेट आर्मी के लड़ाकों ने माली और CAR लोगों को प्रताड़ित करते हुए उनकी हत्या की।
23 जून में वैगनर ने रूस के खिलाफ बगावत कर दी थी। वैनगर चीफ प्रिगोजिन अपने लड़ाकों को लेकर रूस के रोस्तोव शहर में दाखिल हो गए थे और मिलिट्री हेडक्वार्टर पर कब्जा कर लिया था। प्रिगोजिन ने तब कहा था- हम मरने से नहीं डरते। उन्होंने दावा किया था कि वैगनर लड़ाकों ने रूसी सेना के कई हेलिकॉप्टर्स को मार गिराया। प्रिगोजिन ने रूस के रक्षा मंत्री को रोस्तोव आकर मिलने के लिए कहा था।
विद्रोह के ठीक 2 महीने बाद 23 अगस्त को वैगनर चीफ जिस प्लेन में सवार थे, वो क्रैश हो गया था। रूस की एविएशन मिनिस्ट्री के मुताबिक, पैसेंजर लिस्ट में प्रिगोजिन का नाम था और वो इसमें सवार थे। रुस ने भी प्रिगोजिन की मौत की पुष्टि कर दी थी। वो प्राइवेट आर्मी वैगनर ग्रुप के चीफ थे। क्रैश में 10 लोग मारे गए थे।
यह एयरक्राफ्ट मॉस्को से सेंट पीटर्सबर्ग जा रहा था। प्रिगोजिन के अलावा इस प्लेन में प्राइवेट आर्मी के को-फाउंडर और पूर्व रूसी स्पेशल फोर्स कमांडर दिमित्री उत्किन भी सवार थे। वैगनर के और भी अधिकारी विमान में मौजूद थे।
BBC के मुताबिक, प्रिगोजिन ने 2014 में वैगनर ग्रुप की स्थापना की थी। यूरोपीय संघ और अमेरिकी ट्रेजरी विभाग के मुताबिक, इस प्राइवेट आर्मी को एक कंपनी की शक्ल में प्रिगोजिन फंड करते हैं। प्रिगोजिन कई साल तक वैगनर आर्मी के साथ किसी भी इंवॉल्वमेंट से इनकार करते रहे थे।