लखनऊ में 14 घंटे से हो रही बारिश: तालाब बनीं सड़कें, स्कूलों में छुट्‌टी; कानपुर में जलभराव में डूबकर एक की मौत

 

उत्तर प्रदेश में लौटता मानसून जमकर बरस रहा है। लखनऊ में 14 घंटे से लगातार बारिश हो रही है। कभी तेज-कभी रिमझिम। शहर के पॉश इलाके की सड़कों में 2-3 फीट तक पानी भर गया। ज्यादातर कालोनियों में पानी घरों में घुस गया। मुख्य सड़कों पर जलभराव के कारण भीषण जाम है। कैब सर्विस का सिस्टम ध्वस्त हो गया। लोग अपने घरों में कैद हो गए।

लखनऊ के अलावा, कानपुर में रविवार से बारिश का दौर जारी है। यहां ब्रह्म स्टील चौराहे के पास जलभराव में एक व्यक्ति की लाश मिली है। आशंका है कि जलभराव में डूबने से मौत हुई है। मुरादाबाद में रेलवे ट्रैक पर पानी भर गया। लखनऊ के अलावा मुरादाबाद और बाराबंकी में स्कूलों की छुट्‌टी कर दी गई है।

 

 

वहीं, मिर्जापुर में नवोदय विद्यालय कैंपस में बिजली गिरने से 7 बच्चे बेहोश हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। बारिश के चलते इटावा में नेशनल हाईवे धंस गया। यहां 8 बड़े स्लैब समेत मिट्टी सर्विस रोड पर गिर गई।

मौसम विभाग ने सोमवार को लखनऊ, कानपुर, अयोध्या, गोरखपुर समेत 31 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। बिजली गिरने की चेतावनी भी जारी की है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, अभी 7 दिन तक ऐसी ही बरसात होगी। इसकी वजह बंगाल की खाड़ी में बनने वाला नया साइक्लोन है।

 

 

बारिश ने राजधानी की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी। जगह-जगह जलभराव है। लखनऊ डीएम ने लोगों से बेवजह घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की है। मंडल कमिश्नर रोशन जैकब भी जलभराव का जायजा लेने के लिए आशियाना पहुंचीं।

यूपी में बारिश का लगतार तीसरा दिन है। इससे पहले रविवार को भी लखनऊ, मेरठ, अयोध्या, मुरादाबाद, गाजियाबाद और कानपुर समेत कई शहरों में जोरदार बारिश हुई। मुरादाबाद में इतना पानी बरसा कि रेलवे ट्रैक तक डूब गया। सड़कों पर पानी भर गया। रेलवे ने 9 से ज्यादा ट्रेनों को कैंसिल कर दिया।

 

 

लखनऊ में भारी बारिश के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों के अधिकारियों को सतर्क रहने के लिए कहा है। निर्देश दिए कि जलभराव की स्थिति में प्रभावी प्रबंध किए जाएं। नदियों के जलस्तर की निगरानी की जाए। फसलों के नुकसान का आकलन भी किया जाए।

इसके बाद लखनऊ के डीएम गोमती बैराज पर वाटर लेवल देखने पहुंचे। यहां वाटर लेवल करीब 105 मीटर है। भारी बारिश को देखते हुए गोमती बैराज के 10 में से 3 गेट खोल दिए गए हैं। कमिश्नर रोशन जैकब जलभराव प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के लिए पहुंची। वहीं, लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल ने भी नगर निगम के अधिकारियों के साथ जलभराव का जायजा लिया।

 

 

 

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