राजस्थान के कोटा में स्टूडेंट्स के सुसाइड थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। यहां नीट कि तैयारी कर रही एक और छात्रा ने फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। बताया जा रहा है कि छात्रा के पिता एक महीने से उससे बात नहीं कर रहे थे।
घटना मंगलवार रात करीब 10 बजे विद्याधर नगर थाना क्षेत्र के इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पलेक्स स्थित हॉस्टल की है। घटना के दौरान छात्रा के रूम का गेट खुला था। रूममेट ने उसे फंदे से झूलता देखा तो उसने शोर मचाया और दूसरे स्टूडेंट्स को जानकारी दी।
एएसआई अमराराम ने बताया कि रांची के झारखंड की रहने वाली रिचा सिन्हा (16) पांच महीने पहले मई में कोटा आई थी। वार्डन अर्चना ने बताया कि एक महीने पहले बच्ची के पिता से बात हुई थी। तब कॉल कर उन्हें बेटी से आकर मिलने का कहा था। इस पर उन्होंने बताया था कि वे कुछ ही दिनों में आएंगे, लेकिन आए नहीं।
इधर, दो दिन से रिचा की तबीयत भी ठीक नहीं थी। उसे जुकाम और बुखार था। मंगलवार सुबह जब वह खाना खाने मैस में आई तो सुबह मेडिसिन दी थी, लेकिन शाम को उसने रूम में ही खाना मंगवाया।
रिचा की रूममेट आयशा ने बताया कि वह अपने पिता से बालकनी में बात कर रही थी, तभी रिचा ने बालकनी का गेट लगा दिया। रिचा ने जैसे ही फंदा लगाया तो वह शोर मचाने लगी। शोर मचाने पर स्टूडेंट और हॉस्टल के दूसरा स्टाफ रूम में पहुंचा और रिचा को निजी हॉस्पिटल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया।
कोटा में पिछले 8 महीने में ये 24वां सुसाइड है। सुसाइड रोकने के लिए सरकार और प्रशासन भी अपने स्तर पर प्रयास कर रहा है। इधर, सुसाइड के मामले में शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि बच्चों का आईक्यू टेस्ट कर कोचिंग के लिए भेजना चाहिए।