हमीरपुर।नगर के सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कालेज में गुरुवार को हिन्दी दिवस के अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य रामप्रकाश गुप्ता ने कहा कि हिन्दी समृद्ध भाषिक, साहित्यिक तथा सांस्कृतिक परम्परा की वाहनी है। यह प्राचीन एवं सर्वभाषा जननी संस्कृत की उत्तराधिकारिणी है। जिससे यह विभिन्न भारतीय और विदेशी भाषाओ के शब्दो से अपने साहित्य को पुष्ट किये हुये है।आचार्य हरप्रसाद राजपूत ने कहा कि तकनीकि से निखरती है हिन्दी क्योकि यदि ज्ञान विज्ञान मातृभाषा मे सुलभ हो तो करोड़ो भारतीय अंजान शब्दो पर अटकने के बजाय अपनी समझ और कौशल का स्तर बढ़ा सकते है। यह सब काम अब तकनीकि भी करने लगी है। छात्र मुकुल कुशवाहा व बहिन नैन्शी ने हिन्दी दिवस पर विचार रखते हुए कहा कि भारतीय भाषाओ से सशक्त होती है। राष्ट्रीय एकता की रक्षा प्रादेशिक भाषाओ के पूर्ण विकास से ही सम्भव है।कार्यक्रम का संचालन संगीताचार्य ज्ञानेश जड़िया ने किया। आभार प्रदर्शन करते हुए कार्यक्रम प्रमुख बलवीर सिंह ने कहा कि हमे हिन्दी पर गर्व होना चाहिये। इस अवसर पर विद्यालय का समस्त स्टाफ एवं छात्र-छात्रायें मौजूद रही। यह जानकारी विद्यालय के मीडिया प्रभारी आचार्य वेदप्रकाश शुक्ला ने दी है।