उत्तर प्रदेश में अब बस में लगेंगे एंटी स्लीपिंग डिवाइस चालक व परिचालक के सो जाने की स्थिति में तत्काल एलार्म बज उठेगा। इसके लिए बस की स्टीयरिंग पर सेंसरयुक्त एंटी स्लीपिंग डिवाइस लगाई जाएगी, जिससे बस हादसे रोकने में मदद मिलेगी। पहले चरण में 400 से अधिक बसों में ये सेंसरयुक्त डिवाइसों को लगाया जाएगा।
परिवहन निगम प्रशासन ने बस यात्रियों की सुरक्षा के लिए बसों में एंटी स्लीपिंग डिवाइस लगाएगा। डिवाइस लगाने की मंजूरी प्रबंधक निदेशक मासूम अली सरवर ने दी है। बसों में डिवाइस लगने से बस ड्राइवर को बस चलाते समय नींद या झपकी आने पर अलार्म अलर्ट करेगा। लखनऊ से दिल्ली व देहरादून जाने वाली बसों में ट्रायल किया गया है। डिवाइस की टेस्टिंग दो चरणों में की गई, जिसके सफल होने के बाद टेंडर के जरिए डिवाइस लगाने के लिए कंपनी का चयन कर कंपनी को वर्क आर्डर जारी किया जाएगा। तीन महीने के अंदर बसों में डिवाइसों को लगा दिया जाएगा।
दरअसल, बीती 28 अगस्त को डेढ़ साल के अंदर हुए बस हादसों की रिपोर्ट जारी की गई थी। जिसके अनुसार बस हादसे रोकने के लिए सेंसरयुक्त डिवाइस बसों में लगाकर हादसे कम करने की ओर यह कार्य किया गया है। इतना ही नहीं बसों को कमांड कंट्रोल सेंटर से भी जोड़ा जाएगा। परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने बताया कि मुख्यालय पर हाईटेक कमांड सेंटर बनाया जा रहा है। जहां से बसों में लगने वाले व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम वीटीएस पर नजर रखी जाएगी। इसी कमांड सेंटर से बसों में लगने वाली सेंसरयुक्त डिवाइसों की भी निगरानी की जाएगी।