सेंटर इंचार्ज ने केंद्र से प्रदत्त सुविधाएं व सहायता के बारे में विस्तार से दी जानकारी
हमीरपुर। तरंग मेरे सपने मेरी उड़ान परियोजना से जुड़ी 10 ग्रामों की 24 किशोरियों ने सखी वन स्टाफ केंद्र की विजिट किया। सेंटर इंचार्ज उन्हें केंद्र से प्रदत्त सुविधाएं और सहायता के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
सखी वन स्टाफ सेंटर की इंचार्ज मोनिका गुप्ता ने किशोरियों को बताया कि यह उत्पीड़न की शिकार महिलाओं और किशोरियों का एकमात्र केंद्र है। जहां उन्हें परामर्श देकर उनकी कानूनी मदद की जाती है। वहीं चिकित्सा की आवश्यकता होने पर उनका उपचार करवाया जाता है। महिला पुलिस द्वारा सहायता की जाती है। बताया यदि किसी के पास अपने आश्रय या रुकने का स्थान नहीं है, तो उन्हें अल्प अवधि के लिए यहां रुकने का सहारा भी दिया जाता है।
उत्पीड़न के शिकार महिलाएं, न्याय के लिए संघर्षशील महिलाएं और लड़कियों निर्भय होकर अपनी बात बताए, डरे नही, चुप्पी तोड़े। हेल्पलाइन नंबर 181 पर काल करें। परामर्श देकर हर संभव सहायता प्रदान कर न्याय दिलाने की कोशिश की जाती है। उन्होंने बताया कि यह सेंटर कलेक्ट्रेट परिसर में संचालित है। इसमें डॉक्टर, चिकित्सक, महिला पुलिस अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता और कानूनी विधि के जानकार लोग कार्य करते हैं। सभी मिलकर जिले में महिलाओं और लड़कियों के साथ होने वाली उत्पीड़न की घटनाओं में रोकथाम के लिए प्रयासरत है। बताया कि गांवों में जाकर महिलाओं को कानूनी रूप से सशक्त बनाने और केंद्र के बारे में जानकारी देकर जागरूकता शिविर आयोजित करते हैं। केंद्र की परामर्शदाता रीना ने बताया कि पहले उत्पीड़न की शिकार महिला का केस दर्ज किया जाता है। इसके बाद जो आरोपी होते हैं उनको बुलाकर काउंसलिंग की जाती है। यदि काउंसलिंग के बाद दोनों लोग सहमत नहीं होते हैं, तो फिर न्याय की प्रक्रिया में उनके साथ कानूनी की प्रक्रिया में उनके लिए सहायता की जाती है। सहयोग संस्था लखनऊ की पूनम ने कहा कि किशोरियों को काफी उपयोगी जानकारी मिली है। इसे अपने क्षेत्र में किशोरियों व महिलाओं को बताएंगी। लड़कियों को हेल्पलाइन नंबर 181, 1090 या 1098 के बारे में बताया गया। हेल्पलाइन पर शिकायत कर वह उत्पीड़न की घटना की जानकारी दे सकती हैं। सखी वन सेंटर की आसफिया, रीना, सुनीता, संजना, रहिला, आदि ने जानकारी दी। इस दौरान समर्थ फाउंडेशन की कुमकुम, राखी, राधा, सहित 24 किशोरियों ने भाग लिया।