मध्यप्रदेश मानसून अपडेट: मंदसौर में 25 लाख रु. का लहसुन बहा, दो दिन और तेज बारिश का दौर

 

मध्यप्रदेश में बारिश के दो सिस्टम एक्टिव हैं। भोपाल में शनिवार सुबह 6 बजे तेज बारिश हुई, इसके बाद से रुक-रुक कर पानी गिर रहा है। बड़ा तालाब का लेवल फुल होने पर शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात 3 बजे भदभदा डैम के 2 गेट खोलना पड़े।

मंदसौर में शुक्रवार रात 40 मिनट की तेज बारिश में कृषि मंडी में पानी भर गया। लहसुन शेड के नीचे ‎पानी जमा हो गया। लहसुन के ढेर पानी में बहते ‎हुए दिखे। कुटी गांव (मल्हारगढ़, मंदसौर) से उपज लेकर आए किसान श्यामबाबू धाकड़ ने बताया कि शेड में चारों तरफ से पानी आया। उन्हेल के किसान दिनेश धाकड़ ने बताया कि वे 7 क्विंटल लहसुन लेकर आए थे। उन्हें 30 से 35 हजार रुपए का नुकसान हुआ। एक किसान के तो पूरे 25 कट्‌टा लहसुन बह गया। पूरी मंडी में 25 लाख का नुकसान हुआ होगा।

 

 

 

24 घंटे में बैतूल, छतरपुर, शिवपुरी समेत 10 जिलों में कहीं तेज तो कहीं हल्का पानी गिरा। कई नदी-नाले उफान पर आ गए। भोपाल में एक होटल में 6 फीट तक पानी भर गया। यहां से 6 कर्मचारियों को रेस्क्यू करना पड़ा। सीहोर जिले में पार्वती नदी उफान पर आ गई।

मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अगले दो दिन और बारिश का दौर रहेगा। इसके बाद एक्टिविटी घटेगी। सितंबर के आखिरी सप्ताह तक हल्की बारिश होती रहेगी।

 

 

 

गुरुवार तक प्रदेश के कुल 7 जिले- भोपाल, गुना, अशोकनगर, दमोह, सतना, रीवा और सीधी रेड जोन में शामिल थे। यहां 23% से 38% तक कम बारिश हुई थी। रात में भोपाल में करीब 3 इंच बारिश हो गई। शुक्रवार दिन में भी करीब दो इंच बारिश हो गई। इससे भोपाल जिला रेड जोन से बाहर निकल आया है।

हालांकि, अभी भी यहां सामान्य से 19% बारिश कम हुई है। भोपाल में अब तक 29.83 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि 36.72 इंच बारिश होनी चाहिए थी।

 

 

 

सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि अभी साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव है। मानसून ट्रफ लाइन जैसलमेर, शिवपुरी होते हुए प्रदेश के उत्तरी हिस्सों से गुजर रही है। एक और ट्रफ लाइन पूर्वी मध्यप्रदेश से गुजर रही है। इससे पिछले 24 घंटे में प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई।

अगले 24 घंटे में सिस्टम कमजोर होगा, लेकिन मानसून ट्रफ लाइन गुजरती रहेगी। MP के दक्षिणी हिस्से में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। इनमें सीहोर, नर्मदापुरम, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, डिंडोरी, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, रतलाम, देवास, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी और मंडला जिले शामिल हैं। बैतूल में तेज बारिश हो सकती है। इसके बाद बारिश की गतिविधियां घटने लगेंगी।

 

 

प्रदेश में अब तक औसत 36.27 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि 36.51 इंच होनी चाहिए थी। दोनों आंकड़ों में आधा इंच का अंतर भी नहीं है। प्रदेश में ओवरऑल 1% बारिश ही कम है। पूर्वी हिस्से में 3% कम और पश्चिमी हिस्से में 3% अधिक बारिश हुई है।

नरसिंहपुर में बारिश का आंकड़ा 50 इंच से अधिक है। यहां सबसे अधिक बारिश हुई है।

 

 

 

इंदौर, उज्जैन, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, कटनी, रायसेन, छिंदवाड़ा, सिवनी, निवाड़ी, देवास, रतलाम, भिंड, श्योपुरकलां, हरदा, बैतूल और अनूपपुर जिले में सामान्य से अधिक बारिश हो चुकी है।

टीकमगढ़, जबलपुर, मंडला, डिंडोरी, शिवपुरी, सागर, आगर-मालवा, मुरैना और शहडोल जिले में सामान्य से 90% से अधिक बारिश हो चुकी है।

 

 

 

इन जिलों में कम बारिश

सतना, अशोकनगर, रीवा और सीधी जिलों में सबसे कम बारिश हुई है।

कैसे रहेंगे अगले 24 घंटे

भारी से अति भारी बारिश: बैतूल।

तेज बारिश:सीहोर, नर्मदापुरम, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, डिंडोरी, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, रतलाम, देवास, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी और मंडला।

हल्की बारिश:भोपाल, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, झाबुआ, धार, इंदौर, उज्जैन, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, भिंड, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, बालाघाट, सागर, दमोह और छतरपुर।

 

 

 

 

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