एनसीसी कैडेट्स ने नगर में स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थल पर की साफ सफाई
राठ (हमीरपुर)। ब्रह्मानंद महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाइयों द्वारा महाविद्यालय परिसर में स्वच्छता अभियान चलाकर श्रमदान किया गया। वहीं एनसीसी कैडेट्स द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की मूर्ति की साफ सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया गया तथा जागरूकता रैली निकाल कर आम जनता को सफाई के प्रति जागरूक किया गया।
स्थानीय ब्रह्मानंद महाविद्यालय में संचालित एनएसएस इकाई प्रथम एवं द्वितीय के सभी छात्र छात्राओं ने स्वच्छता अभियान में पूर्ण मनोयोग से सहभागिता कर श्रमदान किया। ब्रह्मानंद महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एसएल पल ने सर्वप्रथम फावड़ा चलाकर स्वच्छता अभियान की शुरुआत की और स्वच्छता के महत्व पर प्रकाश डाला। एनएसएस कार्यक्रम प्रभारी डॉक्टर दुर्गेश कुमार पटेल ने छात्र-छात्राओं को बताया कि स्वच्छता ही सच्ची सेवा है। उद्यान विभाग विशेषज्ञ डॉक्टर कमल बेलवाल ने स्वच्छता एवं पेड़ पौधों के महत्व के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। डॉ आर बी शर्मा ने स्वच्छता पर बल देते हुए कहा की स्वच्छ वातावरण रखने से पौधों ,जंतुओं एवं मनुष्यों में होने वाले विभिन्न प्रकार के रोगों से बचाव किया जा सकता है। वहीं 58 बटालियन एनसीसी उरई के निर्देशन में आज ब्रह्मानंद महाविद्यालय के एनसीसी कैडेट्स द्वारा नगर के इंदिरा गांधी मार्केट में स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की मूर्ति की साफ सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया। साथ ही जागरूकता रैली निकाल कर आम जनता को जागरूक किया गया। स्वच्छता एवं सफाई मानव समाज के संपूर्ण विकास के लिए बहुत आवश्यक है । कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के एनसीसी अधिकारी डॉक्टर अतुल कुमार शुक्ला ,प्राचार्य डॉ एसएल पाल, मीडिया प्रभारी डॉ राकेश शर्मा आदि ने एनसीसी कैडेट्स को स्वच्छता के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान दी एवं बताया की स्वच्छता से स्वास्थ्य का गहरा संबंध है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है । इसलिए हमें अपने आसपास सफाई रखनी चाहिए। सफाई से विभिन्न प्रकार रोगों से बचाव किया जा सकता है। बरसात के मौसम में सर्वाधिक रोगों के फैलने की संभावना रहती है। क्योंकि यह मौसम विभिन्न प्रकार के सूक्ष्मजीवों एवं जंतुओं के विकास में अत्यधिक सहायक होता है । इसलिए इस समय सर्वाधिक स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए। इस कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले लगभग 65 कैडेट्स उपस्थित रहे।