हमीरपुर। राजकीय स्पोर्ट्स स्टेडियम के जिम में आधुनिक मशीनों से लैस होने के बाद इन्हें ताले में कैद कर दिया गया। लगभग छह माह से जिम में ताला लटका हुआ है। कहने को तो यहां अत्याधुनिक मशीनें लगा दी गई हैं मगर ताला जड़ा होने की वजह से डोले-सोले बनाने की चाहत रखने वालों में निराशा है। उन्हें अधिक फीस चुकाकर प्राइवेट जिम सेंटरो का सहारा लेना पड़ रहा है।
शहर स्थित राजकीय स्पोर्ट्स स्टेडियम में सपा शासनकाल में नवीन जिम हाल बना था। जिसमें
प्रदेश सरकार की ओर से खेल को बढ़ावा देने एवं लोगों की फिटनेस को लेकर आधुनिक संसाधनों से लैस जिम सेंटर में खेलकूद प्रोत्साहन समिति से लाखों रुपए खर्च किया गया था।कई सालों तक युवा इन्हीं मशीनों से कल्ले-बल्ले बनाने को लेकर पसीना बहाते रहे। इधर देखरेख के अभाव में जिम की मशीनें खराब होनी शुरू हो गई। लिहाजा नई मशीनें लगाने को लेकर शासन स्तर से लिखा-पढी शरू हई। शासन ने युवाओं की जरूरत को देखते हुए जिम को अत्याधुनिक मशीनों से सुसज्जित कर दिया है, मगर लगभग छह माह से जिम का ताला नहीं खुला है।जिम में लगी नई मशीनें धूल फांकने लगी हैं। प्रतिदिन स्टेडियम जाकर जिम करने वाले युवा भी ताला न खुलने की वजह से शहर के प्राइवेट जिम सेंटरो का सहारा लेकर अधिक फीस चुका रहे हैं।वहीं
क्रीड़ा अधिकारी ब्रजेश सोनी ने बताया कि मार्च माह में नई मशीनों के लिए निदेशालय से स्वीकृति मिलने पर अप्रैल में आधुनिक मशीनों से जिम सेन्टर को लैस कर दिया गया था। किन्तु उद्घाटन की स्वीकृति मिलने में देरी होने से संचालित नहीं किया गया था। बताया कि स्वीकृति मिल चुकी है एक सप्ताह में बैठक कर जिम सेंटर संचालित कर दिया जाएगा।