-विजयीपुर-गाजीपुर मार्ग के लिए दो अक्टूबर से जारी सत्याग्रह का तीसरा दिन
-सत्याग्रही प्रवीण पांडेय ने कहा अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के लिए सड़क बनने तक हार नहीं
किशनपुर, फतेहपुर। विजयीपुर-गाजीपुर मार्ग निर्माण के लिए बीते दो अक्टूबर गांधी जयंती के दिन से नरैनी चैराहे पर जारी सत्याग्रह बुधवार को तीसरे दिन मां दुर्गा की आराधना के साथ शुरू हुआ। दुर्गा चालीसा पाठ में सम्मिलित होने के लिए लोग दिन भर अनशल स्थल पर पहुंचते रहे। सुबह नरैनी चैराहे पर प्राइवेट बस खड़ी होते ही सवारियां नीचे उतर पड़ीं। सत्याग्रहियों का उत्साह बढ़ाते हुए बस के मुसाफिरों ने वंदे मातरम का जयघोष किया। बुंदेलखंड राष्ट्र समिति तथा सड़क संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने दो अक्टूबर गांधी जयंती के दिन से सत्याग्रह शुरू किया। बीआरएस के केंद्रीय अध्यक्ष प्रवीण पांडेय का कहना था तीन दशकों से बदहाल पड़े सड़क की सुधि लेने वालों ने वर्षों तक यमुना तटर्वती गांव के लोगों से धोखा किया है। ईश्वर उन्हें माफ नहीं करेगा, जिनकी वजह से कई गर्भवती माताओं की दुखद मौत हो गई। कई युवा साथियों ने संसार और परिवार का सुख नहीं देखा। अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग अनिल कुमार शील बुधवार दोपहर दो बजे करीब अपनी टीम के साथ सत्याग्रहियों से वार्ता करने गए। अधिशाषी अभियंता ने बताया कि शासन ने विजयीपुर-गाजीपुर मार्ग निर्माण को स्वीकृति दे दी है। बहुत जल्दी धन मिल जाएगा, आगामी 15 दिनों में मार्ग निर्माण आरंभ हो जाएगा। कागज में सड़क निर्माण की जानकारी लेकर आए अधिकारियों से वार्ता करते हुए प्रवीण पांडेय व सड़क संघर्ष समिति के संयोजक धर्मेंद्र दीक्षित ने कहा कि अंतिम पायदान पर खडे व्यक्ति के विकास की लड़ाई अंतिम सांस तक लड़ी जाएगी। दीनदयाल जी के बताए मार्ग पर चलते हुए सड़क निर्माण प्रारंभ होने तक यह संघर्ष जारी रहेगा। अभी कुछ स्पष्ट नहीं विभाग कब तक और कैसे सड़क बनाएगा।