ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा- लोग अपनी मर्जी से नहीं चुन सकते सेक्स: यहाँ कोई भेदभाव नहीं होगा
विदेश के शहर ब्रिटेन में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बुधवार को अपने इलेक्शन कैंपेन की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने कहा- एक पुरुष हमेशा पुरुष है और महिला एक महिला है। ये कॉमन सेंस की बात है। लोगों को इस भ्रम में नहीं डालना चाहिए कि वे अपनी मर्जी से अपना सेक्स चुन सकते हैं।
सुनक ने कहा- हम इस देश को बदलने जा रहे हैं और इसका मतलब है, जीवन का अर्थ जीवन है। यह कोई विवाद वाली स्थिति नहीं होनी चाहिए। ज्यादातर लोग इससे सहमत हैं। माता-पिता के लिए यह जानना भी विवादों से घिरा नहीं होना चाहिए कि उनके बच्चे रिश्तों के बारे में स्कूल में क्या सीख रहे हैं।
सुनक के इस बयान ने सोशल मीडिया पर नई बहस छेड़ दी है। कुछ लोगों ने उनके विचारों का समर्थन किया, लेकिन कई लोग ट्रांसजेंडर समुदाय पर अपमानजनक टिप्पणी से नाराज थे। कुछ लोगों ने यह कहकर उनका मजाक उड़ाया कि उनकी बातें जनरल नॉलेज से बहुत दूर हैं।
अपने भाषण में सुनक ने कहा- ब्रिटेन किसी जाति के आधार पर भेदभाव नहीं करता है। किसी के स्किन का रंग क्या है, इससे फर्क नहीं पड़ता। मेरी स्टोरी एक ब्रिटिश स्टोरी है। ये एक ऐसे परिवार की कहानी है, जो बहुत कम पैसों के साथ यहां आया था और 3 साल में PM के घर तक पहुंच गया।
कंजर्वेटिव पार्टी से आए सुनक ने अपनी स्पीच में पार्टी को महान बताया। उन्होंने कहा- मुझे पहला ब्रिटिश-एशियाई प्रधानमंत्री होने पर गर्व है। लेकिन, मुझे इससे भी ज्यादा गर्व इस बात पर है कि ये ब्रिटेन में कोई बड़ी बात नहीं है। बस याद रखें कि वो कंजर्वेटिव पार्टी थी जिसने ऐसा किया, न कि विपक्षी लेबर पार्टी ने।
सुनक ने कंजर्वेटिव पार्टी को परिवर्तन की ताकत के रूप में पेश करते हुए अपने चुनाव अभियान की शुरुआत की। उन्होंने वादा किया कि कंजरवेटिव्स साहसी और क्रांतिकारी होंगे और सरकार के पिछले 30 सालों के ढांचे को तोड़ देंगे। सुनक 13 वर्षों से सत्ता में है। इसके बावजूद, मतदाताओं के बीच उनके लिए असंतोष बढ़ता रहा।
सुनक ने स्पीच के दौरान पर्यावरण और ट्रांस राइट्स के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा- हम देश को वह देंगे, जिसकी उसे सबसे ज्यादा जरूरत है और जो हमेशा से नकारा गया है। यह बदलाव का समय है और हम वो करेंगे। इसमें पर्यावरण और ट्रांस अधिकारों जैसे संस्कृति को बढ़ावा देना भी शामिल है।