पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी उज्जवला योजना के प्रति लोगों की दिलचस्पी धीरे-धीरे घट रही है। यह हाल सिर्फ धनबाद जिले का ही नहीं बल्कि पूरे राज्य का है। पहले फेज के मुकाबले दूसरे फेज में कम कनेक्शन बांटे गए। जबकि दूसरे फेज में निशुल्क चूल्हा भी मिल रहा है। बावजूद इसके लोगों में दिलचस्पी नहीं है। राज्य में अब तक 3.92 लाख कनेक्शन ही बांटे गए हैं।
वर्तमान में योजना का दूसरा फेज चल रहा है, जिसमें लाभुकों को पहली बार चूल्हा और निशुल्क सिलेंडर दिया जा रहा है। इसके बावजूद भी लोग इस योजना का लाभ नहीं ले रहे हैं। योजना दो के शुरू हुए लगभग दो साल पूरे होने को है, तब भी जिले में अब तक सिर्फ 22, 244 कनेक्शन ही बांटे गए हैं।
जबकि जिले में योजना के पहले फेज में 2.34 लाख कनेक्शन बांटे गए थे। हालांकि, सिर्फ धनबाद ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य में इसकी स्थिति बेहतर नहीं है। राज्य में इस योजना के फेज दो के तहत अब तक 3.92 लाख कनेक्शन ही बांटे गए हैं।
इस योजना की शुरुआत एक मई, 2016 को हुई थी। इसके तहत गरीब परिवार के लोगों को रसोई गैस सिलेंडर लेने के लिए प्रति सिलेंडर 1,600 रुपये की राशि उनके खाते में डाली जाती थी। यह योजना तीन वर्ष के लिए थी।
वहीं, 10 अगस्त 2021 इसका दूसरा फेज शुरू किया गया। इसके तहत उन लाभुकों को भी कनेक्शन दिया जाने लगा, जो किराए के मकान में रहते हैं और उनके पास मूल निवास प्रमाण पत्र भी नहीं है।