फाईलेरिया व खसरा रूबेला का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्य सम्पन्न।
डालमऊ रायबरेली। राष्ट्रीय फाईलेरियाँ नियंत्रण कार्यक्रम के विस्तार हेतु सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मे अधीक्षक विनोद कुमार चौहान के संरक्षण में स्वास्थ्य विभाग के महिला कार्यकक्तरियों को एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्य संपन्न कराया गया जिसमे 14 से 16 नवम्बर तक फाईलेरिया दिवस के रूप मे घर घर जाकर दवाओं का वितरण किया जाएगा . फाइलेरिया प्रशिक्षण में डॉ. विनोद कुमार चौहान ने स्वास्थ्यकर्मियों को डाई एथिल कार्बामेजिन (डीईसी) और अल्बेंडाजोल की गोली के बारे में एएनएम, आंगनबाड़ी और आशा को पूर्ण जानकारी दिया गया. .
स्वास्थ्य कार्यकर्ता सार्वजनिक दवा का सेवन घर घर जाकर कराएगी। अभियान में दो वर्ष से पांच वर्ष तक के बच्चों को एक सौ मिलीग्राम की डीईसी की एक गोली खिलाई जानी है। छह वर्ष से 14 वर्ष तक की आयु वर्ग के बच्चों को 200 मिलीग्राम की डोज दी जानी है। 15 वर्ष से ऊपर के लोगों को डीईसी की तीन गोलियां खिलाई जानी हैं। बताया कि इस डोज के साथ ही सभी लक्षित लोगों को 400 मिलीग्राम की एलबेंडाजोल की एक गोली दी जाएगी। इसके लिए फाइलेरिया दिवस पर गठित की जाने वाली टीमों को पर्याप्त प्रशिक्षण दे दिया गया है। यह गोली दो वर्ष से कम आयु के बच्चों को, गर्भवती महिलाओं को और गंभीर रोग से ग्रसित लोगों को नहीं खिलाई जानी है। दवा का उपयोग खाली पेट नहीं किया जाना है। जिन व्यक्तियों के शरीर में फाइलेरिया के परजीवी होंगे, उन्हें दवा खाने के बाद मितली, दस्त, खुजली, सरदर्द, चक्कर, बुखार, उल्टी जैसी प्रतिक्रियाएं होती हैं। दवा की यह प्रतिक्रिया क्षणिक और मामूली होती है। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि ऐसी प्रतिक्रियाओं की स्थिति में नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें। खून में फाइलेरिया की जांच के लिए रात्रि में रुके।