हमीरपुर। अटल भूजल योजना के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर आयोजित बैठक में जिलाधिकारी राहुल पांडेय ने भूगर्भ जल विभाग के विशेषज्ञों द्वारा जूम मीटिंग के माध्यम से जुड़ योजना के संबंध में पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया।
अटल भूजल योजना के तहत जिले के सुमेरपुर, मौदहा, मुस्करा व सरीला विकासखंड़ों की 57 ग्राम पंचायतों को चयनित किया गया है। इन ग्राम पंचायतों में योजना का प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन कर जल संरक्षण को बढ़ावा देकर भूजल स्तर को बढ़ावा दिया जाना है। इस काम में सभी संबंधित विभागों का सहयोग लिया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी 57 ग्राम पंचायतों में सिंचाई कार्य के लिए शत प्रतिशत ड्रिप एवं स्प्रिंकलर का प्रयोग किया जाना है। कृषि विभाग कार्य योजना बनाए। इसके प्रयोग से भूगर्भ जल का दोहन घटेगा। कहा खेतों तक सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने को पाइप लाइन बिछाईं जाएं। जिसमें अधिक से अधिक किसानों को जोड़ा जाए। चयनित ग्राम पंचायतों में तालाबों, शोकपिट आदि के निर्माण कार्य योजना में शामिल किया जाए। उद्यान विभाग पंजीकृत किसानों को ड्रिप एवं स्प्रिंकलर सेट से आच्छादित करने की कार्य योजना बनाए। वन विभाग द्वारा वृक्षारोपण तथा अन्य संबंधित विभागों द्वारा खेतों के समतलीकरण व वाटरशेड प्लान बनाए जाएं। उन्होंने कहा भूगर्भ जल संरक्षण तथा संवर्धन के लिए चलाई गई अटल भूजल योजना महत्वपूर्ण है। शासनादेश में दी गई व्यवस्था के अनुसार प्लान तैयार करें। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के प्रकरणों का समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कर योजना के संबंध में प्रगति सुधारें, वहीं लापरवाही बरतने पर संबंधित कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाए। मुख्य विकास अधिकारी चंद्रशेखर शुक्ला, जिला विकास अधिकारी अजीत श्रीवास्तव, पीडी साधना दीक्षित, डीपीआरओ जितेंद्र मिश्रा, उपनिदेशक कृषि हरिशंकर भार्गव सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।