अध्यापकों द्वारा नौनिहाल स्कूली बच्चों से कराया जा रहा मजदूरी का काम 

                  न्यूज़ वाणी

                 ब्यूरो मुन्ना बक्श

 

जसपुरा/बांदा। जसपुरा ब्लॉक के यमुना किनारे स्थित मड़ौली कला गांव में बेसिक शिक्षा परिषद के कंपोजिट विद्यालय के अध्यापकों द्वारा गांव के नौनिहाल बच्चों से पढ़ाई के अलावा स्कूल के अन्य कार्य कराए जाने का गंभीर मामला सामने आ रहा है !

मड़ौली कला गांव जसपुरा ब्लॉक का यमुना किनारे स्थित जिले का अंतिम गांव है !

गांव के लोग अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल में दाखिला दिलाते हैं !

उन्हें क्या पता कि उनके बच्चो को विद्यालय के अध्यापकों द्वारा शिक्षा नहीं बल्कि अन्य कार्य कराए जाते हैं !

आखिरकार इस स्थिति में गांव के गरीब का बच्च कैसे पढ़ेगा और समाज की मुख्यधारा के साथ खड़ा हो पाएगा !

जब विद्यालय के अध्यापकों द्वारा इन बच्चों की प्राथमिक नींव ही जानबूझकर खराब की जा रही है !

*क्षेत्र के किसान नेता पुष्पेन्द्र सिंह chunaale ने बताया कि मड़ौली गांव के कंपोजिट विद्यालय का मामला उनके संज्ञान में आया है ! । जहां छोटे छोटे बच्चों से लोहे की सरिया* *रखवाने,; स्कूल के ऊपर स्थित पानी की टंकी साफ कराए जाने मोरम ढुलाई आदि काम कराए जाते हैं ! जो कि पूर्णतया गलत है ! ये बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है ! छोटे बच्चों को छत के ऊपर टंकी के अंदर घुसकर टंकी साफ कराए जाने से उसकी जीवन को भी खतरा हो सकता है !*

प्रदेश की योगी सरकार प्राथमिक विद्यालयों की दशा व शिक्षा स्तर सुधरने का दंभ आए दिन अपने विज्ञापनों में देती रहती है आखिर ये कैसी शिक्षा व्यवस्था है सरकार की अधिकतर विद्यालय 1/2 शिक्षकों के भरोसे है जबकि बच्चों की संख्या शिक्षकों के मानक से कई गुना ज्यादा है ऐसे में गांव के गरीब का बच्च कैसे अच्छी शिक्षा ग्रहण करेगा जब उनसे स्कूल में पढ़ाई के अलावा अन्य कार्य कराए जाएंगे !

इस मामले में मैं बहुत जल्द जिले के विभागीय अधिकारियों व आला अधिकारियों से मिलकर इस मामले की जांच कराने का अनुरोध करूंगा !

और दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की मांग करूंगा !

स्कूल के कई बच्चों(विमल;विनोद; प्रिंस;प्रांशु) ने ऑन रिकॉर्ड कैमरे के सामने बयान दिया है कि स्कूल में पढ़ाई के अलावा शिक्षकों द्वारा अन्य सभी कार्य कराए जाते हैं जिसकी वजह से कई बच्चों ने स्कूल आना छोड़ दिया !

शिक्षक को गुरु का दर्जा दिया जाता है लेकिन ये कैसे शिक्षक है जो कि बच्चों को पढ़ाई न कराकर उनसे मजदूरी करवा रहे हैं !

मड़ौली गांव के सूरज गुप्ता; निहाल चौधरी ने इस मामले की निष्पक्ष जांच कराकर दोषी शिक्षकों के विरूद्ध कार्यवाही की मांग किया है !

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