आगरा में शादी के तीन महीने के बाद ही ससुराल में बहु की ओर से हिस्सा और खर्चा मांगने पर बखेड़ा खड़ा हो गया। आरोप है कि पति और सास-ससुर नौकरानी समझते हैं। बहु ने परिवार परामर्श केंद्र की मदद ली। रविवार को काउंसलिंग में समझौता नहीं होने पर दोनों पक्षों को अगली तारीख दे दी है।
सिकंदरा थाना क्षेत्र की एक युवती की शादी करीब तीन महीने पहले कमला नगर निवासी युवक के साथ हुई। पति कंपनी में अकाउंटेंट की नौकरी करता है। युवती कम पढ़ी-लिखी है। पत्नी ने आरोप लगाया कि इस वजह से पति व सास-ससुर नौकरानी जैसा व्यवहार करते हैं। दिनभर घर में काम करवाते हैं। घर से बाहर कहीं जाने की बोल दो तो मारपीट करते हैं।
यही नहीं खर्चे के लिए रुपये भी नहीं देते है। परेशान होकर घर में हिस्सा और खर्च की मांग की तो मारपीट कर दो महीने पहले घर से निकाल दिया। ससुराल में हिस्सा और खर्च दिलाने के लिए परिवार परामर्श केंद्र में गुहार लगाई। काउंसिलर अमित गौड़ ने बताया कि युवती दो महीने से मायके में रह रही है।
इस पर पति का कहना है कि पत्नी कम पढ़ी-लिखी है। किसी भी बात को मानती नहीं है। समझाओ तो झगड़ा करने लगती है। शादी के तीन महीने के बाद ही घर में हिस्सा मांगने लगी। घर में और भाई-बहन भी हैं। खर्च के लिए रुपये देने के को तैयार हैं। मगर दोनों पक्षों में बात नहीं बन सकी। मामले में अगली तारीख दे दी है। परिवार परामर्श केंद्र में रविवार को 110 जोड़े बुलाए गए। 35 जोड़े उपस्थित हुए। सात में समझौता हो गया। आठ मामलों में एफआईआर के आदेश हो गए। अन्य को अगली तारीख दे दी।