हमीरपुर। जनपद के शहरी व ग्रामीण इलाकों में शारदीय नवरात्रि पर्व पर पूजा पंडालों में स्थापित देवी प्रतिमाओं को विसर्जित करने के लिए ढोलो व डीजे के गूंजो के बीच विसर्जन जुलूस निकालते हुए श्रध्दालु महिलाओं व युवाओं ने थिरक थिरक कर खूब नाचे और उन्होंने देवी प्रतिमाओं की अंतिम पूजा अर्चना कर अश्रुपूरित नेत्रों से विसर्जन किया। वही विसर्जन जुलूस निकालते समय श्रध्दालुओ ने देवी मय माहौल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
जनपद मुख्यालय में मुहल्ला गौरा देवी,कालपी चौराहा,पशु चिकित्सालय,देवादास मंदिर,रमेडी चौराहा, वेतवा घाट सहित दो दर्जन अधिक स्थानों में स्थापित पूजा पंडालों में आज देवी प्रतिमाओं को विसर्जित करने के लिए इन पण्डालो की संचालन समितियों ने ढोलो व डीजे की गूंजो के बीच विसर्जन जुलूस निकाला।इस दौरान समितियों के पदाधिकारियों व सदस्यों ने अबीर व गुलाल उड़ाकर राहगीरों को इनसे सरोबार कर दिया। वही इस जुलूस में शामिल महिलाओं व युवाओं ने देवी गीतों की गूंजो के बीच नृत्य करके अपनी आस्था देवी मय कर दी। बाद में विसर्जन जुलूस वेतवा नदी पुल के उस पार पहुंचा जहां देवी भक्तों ने देवी प्रतिमाओं की अंतिम पूजा अर्चना कर अश्रुपूरित नेत्रों से विदाई दी।
मुख्यालय में विसर्जन जुलूस निकलने के दौरान व्यापारी व समाज सेवियों ने देवी प्रतिमाओं का पूजा अर्चना कर जुलूस में शामिल श्रध्दालुओ को शर्बत, शुद्ध पेयजल व अन्य खाद्य सामग्रियों का वितरण करने में अहम भूमिका निभाई।
इधर जिला व पुलिस प्रशासन ने नगर पालिका परिषद को देवी प्रतिमाओं को विसर्जित करने के लिए वेतवा नदी पुल के उस पार विसर्जन कराने की जिम्मेदारी सौंपी। जिससे नगर पालिका परिषद ने वेतवा नदी पुल के उस पार नदी के तट पर गड्ढे खुदवाये गये और उपजिलाधिकारी सदर पवन पाठक, क्षेत्राधिकारी सदर, कोतवाली सदर के प्रभारी निरीक्षक दुर्ग विजय सिंह व उनके साथियों ने विसर्जन प्रक्रिया क्रमवार कराने में अहम भूमिका निभाई।