फतेहपुर। जनपद में पराली जलाये जाने की घटनाओं में अंकुश लगाये जाने के सम्बन्ध में कलेक्ट्रेट महात्मा गॉधी सभागार में जिलाधिकारी सी.इंदुमती की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक संपन्न हुई। उन्होंने जनपद के समस्त ग्राम प्रधानों एवं किसान संगठनों को अपनी-अपनी ग्राम पंचायतों एवं क्षेत्र में कृषकों को पराली न जलाये जाने हेतु जागरूक किये जाने एवं कृषकों द्वारा खेतों में पराली, सरपत एवं कूड़ा-करकट को किसी भी दशा में न जलाने की शपथ दिलाते हुए इस कार्य में सहयोग प्रदान किये जाने एवं पराली को जलाने वाले कृषकों के विरुद्ध शासनादेश में उल्लिखित प्रवर्तन/जुर्माना की कार्यवाही से भी अवगत कराया गया। उन्होंने ग्राम प्रधानों को निर्देशित किया गया कि अपनी ग्राम पंचायतों में कृषकों को फसल अवशेषों को खेतों में न जलाये जाने हेतु जागरूक करें एवं कृषकों को अवगत कराये कि ऐसे कम्बाइन हार्वेस्टर जिसमें सुपर स्ट्रा मैनेजमेन्ट सिस्टम लगा हो उन्ही से धान फसल की कटाई कार्य करायें तथा कृषक फसल अवशेषों को खेतों डाकर इन सीटू प्रबन्धन किये जाने हेतु वेस्ट डिकम्पोजर जो जनपद के समस्त राजकीय राजकीय कृषि बीज भण्डारों पर निःशुल्क उपलब्ध है को प्राप्त कर फसल अवशेषों को सड़ाकर जैविक खाद बनाकर मृदा की उर्वरा शक्ति व जीवांश की मात्रा को बढ़ा सकते है, इसके साथ ही कृषकों के पास उपयोग रहित पराली जो कृषकों के पास उपलब्ध है, को अधिक से अधिक संख्या में जनपद की गौशालाओं को निःशुल्क दान किये जाने हेतु प्रेरित करें तथा पराली दान दिये जाने हेतु कृषक भाई ग्राम प्रधान कृषि विभाग, पंचायती राज विभाग, खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय को सूचित/अवगत कराकर गौशालाओं को दान दिये जाने में सहयोग प्रदान करने के साथ जिलाधिकारी द्वारा सभी ग्राम प्रधानों एवं कृषक संगठनों के प्रतिनिधियों से पराली के इन सीटू प्रबन्धन हेतु जनपद में उपलब्ध कृषि यंत्रों (सुपर सीडर, एम0बी0 प्लाऊ, श्रब मास्टर एवं मल्चर) के प्रयोग का प्रचार-प्रसार किये जाने हेतु अपील की गयी। बैठक में समस्त कृषक संगठन एवं ग्राम प्रधानों द्वारा इस कार्य में सहयोग का आश्वासन दिये जाने की भी शपथ ली गयी। पराली जलाये जाने की घटना की रोकथाम हेतु ग्राम पंचायत स्तर पर नामित टास्कफोर्स (कृषि, पुलिस, ग्राम्य विकास, पंचायती राज विभाग एवं राजस्व विभाग) को अपने क्षेत्र जहाँ फसल कटाई का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है वहाँ सतत भ्रमण करते हुए पराली की घटनाओं की रोकथाम हेतु प्रभावी कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0), अपर उप जिलाधिकारी, उप कृषि निदेशक, जनपद के ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधान एवं भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) एवं भारतीय किसान यूनियन ( टिकैत ग्रुप) के संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।