फतेहपुर। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद डॉक्टर अशोक पटेल इन दोनों एक बार फिर से सुर्खियों में नजर आ रहे हैं और उनके शुभचिंतक समाजवादी पार्टी हाई कमान से उन्हें लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाने की गुजारिश भी कर रहे हैं। हम आपको बता दें की भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर 1998 में डॉक्टर अशोक पटेल ने लोकसभा चुनाव जीता था और बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी विशंभर प्रसाद निषाद को हराया था। इसके बाद राजनीतिक उठा पटक के चलते 1999 में फिर से चुनाव हुए और डॉक्टर अशोक पटेल फिर विजई हुए तथा बसपा के प्रत्याशी सूर्यबली निषाद को हराया। वही लगातार फतेहपुर जनपद में सांसद रहते हुए उन्होंने कई कार्य कराए। जिसमें उन्होंने बताया की 40 करोड़ की लागत से जरौली पंप कैनाल की स्वीकृत कराई तो वही सरदार वल्लभ भाई पटेल प्रेक्षागृह को बनवाकर तमाम युवाओं को सांस्कृतिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए एक अच्छा स्थान दिया। इसके साथ ही सहली मलवा में गल्र्स इंटर कॉलेज बनवाकर शिक्षा के क्षेत्र में ग्रामीण अंचलों की छात्राओं को शिक्षित होने का अवसर दिया। हालांकि 1997 में डॉक्टर अशोक पटेल अपनी सक्रिय राजनीति के बदौलत जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी भी हथियाई तो लगातार क्षेत्र में तमाम जरूरतमंद लोगों के लिए कार्य किया। लेकिन कहते हैं की राजनीति में उठा पटक तो लगी ही रहती है और इसी के चलते 2014 में उन्होंने भाजपा छोड़कर, समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया और तब से लेकर अब तक सपा का झंडा थामे हुए हैं और इस बार सपा हाई कमान से उनके शुभचिंतक लोकसभा चुनाव के लिए डॉ अशोक पटेल को टिकट देने की गुजारिश कर रहे हैं। वही डॉक्टर अशोक पटेल ने कहा कि अगर सपा हाई कमान उन्हें प्रत्याशी बनाते है तो वह 2024 के लोकसभा चुनाव में भारी जीत दर्ज करके फतेहपुर की सीट सपा के खाते में डालने का काम करेंगे। अब यह तो समय ही बताएगा कि समाजवादी पार्टी किसे प्रत्याशी बनाती है और वह प्रत्याशी कितनी सक्रियता से चुनाव लड़ पाता है।