”मेरे बच्चों को पंखे का करंट नहीं लगा था। मैंने उनकी हत्या की थी। मैंने बच्चों को मारा है। गेहूं में रखने वाली दवा खोली, उसकी झाग निकली और उसी से मेरे बच्चों की मौत हो गई। मैंने ही उनके ऊपर पंखा रख दिया था, ताकि ऐसा लगे कि चारों उसी से मर गए हैं। बस पता नहीं मुझे क्या हुआ था। ऐसा लग रहा था कि बस मारते जाओ।” ऐसा उन्नाव में चार बच्चों की मौत के बाद पिता का कहना है।
19 नवंबर को उन्नाव से चार बच्चों की मौत की खबर सामने आई थी। बताया गया था कि घर के बरामदे में रखे पंखे में करंट आ रहा था। इसकी चपेट में एक बच्चा आया, फिर उसे बचाने के चक्कर में एक-एक कर चारों चिपक गए। बच्चों की मौत के बाद पिता ने जहर खाकर सुसाइड की कोशिश की। इलाज के बाद घर लौटे पिता ने सनसनीखेज खुलासा किया है।
- पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस वीडियो में पिता दो अलग-अलग कहानियां सुनाते दिखाई दे रहा है। मामले में प्रेम प्रसंग का एंगल भी निकलकर सामने आ रहा है। चलिए जानते हैं कि पिता ने क्या कुछ कबूल किया, इसके बाद एक मां ने पुलिस को क्या तहरीर दी है?
सबसे पहले एक नजर पूरे मामले पर
पूरा मामला जिले के बारा सगवार थाना क्षेत्र के लालमन खेड़ा का है। यहां बीते रविवार को गांव के वीरेंद्र के घर में मातम पसर गया। ऐसा कहा गया कि फर्राटा पंखे में उतरे करंट की चपेट में आकर सगे भाई बहनों मयंक (9), हिमांशी (8), हिमांक (6) और मानसी (4) की मौत हो गई। चारों के शवों को देखते ही परिजन बेहोश होकर गिर पड़े। मोहल्ले के लोग जब उनके घर पहुंचे, तो उनका भी रो-रोकर बुरा हाल हो गया। हादसे की जानकारी बारासागर थाना पुलिस को मिली। मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष दिलीप प्रजापति ने घटनास्थल पहुंच कर जांच पड़ताल की।
मंगलवार को वीरेंद्र ने खा लिया जहर
चारों बच्चों की मौत के बाद गांव में जहां मातम पसरा रहा। वहीं घटना के तीन दिन बाद मंगलवार की सुबह पिता वीरेंद्र ने जहर खाकर सुसाइड की कोशिश की। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों और ग्रामीणों के साथ वीरेंद्र को बीघापुर अस्पताल पहुंचाया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद वीरेंद्र को जिला अस्पताल भेजा गया था। हालत नाजुक देखते हुए वीरेंद्र को डॉक्टर ने कानपुर के हैलट रेफर कर दिया।
गुरुवार को पहुंचा घर
हैलट में इलाज के बाद वीरेंद्र की हालत में सुधार आया। डॉक्टरों ने बेहतर स्थिति देखते हुए उसे डिस्चार्ज कर दिया। इसके बाद गुरुवार की शाम वह वापस अपने गांव घर लाया गया। इस दौरान उसके घर पर हाल-चाल जानने पहुंचे परिवार के लोगों के अलावा पड़ोसियों से उसने बच्चों की मौतों पर अपना बयान दिया। वीरेंद्र के कबूलनामे के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं।
”मैंने ही बच्चों को मार डाला”
वीडियो में वीरेंद्र ने कहा, ”मैंने जहर दिया नहीं है। गेहूं में रहने वाली दवा को खोला, तो उसकी दुर्गंध से एक के बाद एक बच्चे गिर पड़े और उनके मुंह से झाग निकलने लगी। घबरा कर दो बच्चों के ऊपर पंखा रख दिया था। बच्चों की करंट से मौत नहीं हुई है।”
वीरेंद्र ने कहा, ”यह देख मैं घबरा गया और दो बच्चों को घर में रखे पंखे से दब दिया। इससे यह पता चले कि करंट से मौत हुई है। बच्चों की करंट से मौत नहीं हुई है। अब जो भी समझो, दोनों को समझो या चारों को समझो। बच्चों को जहर दिया नहीं है। बस मुझे पता नहीं क्या हो गया था, लग रहा था कि चारों को मारते जाओ।”
रटा-रटाया बयान दे रहा वीरेंद्र
बच्चों की मौत पर सवाल जवाब के दौरान वीरेंद्र रटा-रटाया बयान देते हुए दिखाई दे रहा है। वह बार-बार यही कह रहा है कि उसने ही सभी बच्चों को मौत के घाट उतारा। लेकिन यह बात कोई मानने को तैयार नहीं है। उधर जांच कर रही पुलिस भी परेशान होती दिख रही है।
पत्नी बोली- गांव में किसी और महिला से संबंध
बच्चों की मां शिव देवी ने थाना में तहरीर देकर बताया कि रविवार को खेत गई थी। तब उसे मालूम हुआ कि चारों बच्चों की करंट लगने से मौत हो गई। घर आई तो बच्चों को जमीन पर पड़ा देखा और उनकी मौत हो चुकी थी। पति वीरेंद्र का गांव की महिला से संबंध बनाए होने से विरोध करने पर उसे व बच्चों को अक्सर मारपीट करता था और जान से मारने धमकी देता था। आशंका है कि पति वीरेंद्र ने बच्चों को करंट और जहर देकर मारा है।
”वो वापस नहीं आना चाहिए”
शिव देवी ने कहा, ”मेरे पति ने ही बच्चों को मार दिया है। दूसरी महिला के चक्कर में उसने अपने बच्चों को मार दिया। वो अब यहां लौटकर नहीं आना चाहिए। पुलिस उसे लेकर गई है। वो औरत ही सबकुछ करा रही है। उसी औरत ने ही बच्चों को मरवा दिया है। वो मुझे भी मारने को कहती है। मौका देखते ही मेरा पति मुझे भी मार सकता है। उसने कोशिश भी की थी।”
दोपहर धान काटने गया था तो कैसे मारा?-
पिता ने दो वायरल वीडियो में अलग अलग बयान दिए है एक मे दो बच्चो की सल्फास की गोली की झाग लगने से मौत कही, तो दूसरे में एक बच्चे की। साथ ही अन्य की गला दबाकर हत्या करने की बात कही है। लेकिन घटना के दिन वह अपनी पत्नी के साथ ही खेतो पर धान की फसल काटने गया था। करीब दो घंटे बाद इस घटना की गांव के ही किसी ने सूचना दी थी। लेकिन उस वक्त पिता खेतो में है।
कहीं महिला मित्र को बचाने में तो नहीं रच रहा साजिश
वायरल एक वीडियो सवाल पूछने पर गांव की ही एक महिला का नाम सामने आया। जो कि पहले मृतक के पिता की करीबी महिला मित्र थी। अब पुलिस के दबाव में महिला मित्र को बचाने के लिए यह साजिश तो नहीं रच रहा है। इसकी वजह से ही वीरेंद्र सारे आरोप अपने सिर लेने को तैयार है।
बिसरा रिपोर्ट का इंतजार, 14 दिन में आने की उम्मीद
फिलहाल पुलिस ने डाक्टरों के द्वारा मृतक बच्चो के सुरक्षित करवाया था। बीते बुधवार को पुलिस की तरफ से कार्यवाही पूर्ण कर बिसरा एफएसएल लैब भेज दिया गया है। उम्मीद है कि आगामी 14 दिनों में रिपोर्ट आएगी। लखनऊ से रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।