रश्मिका मंदाना, काजोल और कटरीना के बाद अब आलिया पर किया AI टूल्स का गलत इस्तेमाल: डीपफेक वीडियो वायरल
बॉलीवुड एक्ट्रेस आलिया भट्ट का एक डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सबसे पहले एनिमल एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना डीपफेक वीडियो वायरल होने से सुर्खियों में आ गई थीं। उनका डीपफेक वीडियो बनाने वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर जांच शुरू हो चुकी है। अब आलिया का फेक वीडियो आने से फिर एक बार AI टेक्नोलॉजी को क्रिटिसाइज किया जा रहा है।
सामने आए आलिया भट्ट के डीपफेक वीडियो में एक लड़की व्हाइट एंड ब्लू फ्लोरल ड्रेस पहने बोल्ड पोज देती नजर आई है। वीडियो में इतनी सफाई से AI टूल की मदद से आलिया का चेहरा इस्तेमाल हुआ है कि एक नजर में वो लड़की आलिया भट्ट ही लगती है। हालांकि उसके एक्शन और बॉडी पोस्चर से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वीडियो फेक है।
फिलहाल वीडियो में नजर आई रही असल लड़की की कोई पहचान नहीं हो सकी है। डीपफेक वीडियो में आलिया की तरफ से भी कोई रिएक्शन सामने नहीं आया है।
हाल ही में रश्मिका मंदाना का एक डीपफेक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो वायरल होने के बाद अमिताभ बच्चन, मृणाल ठाकुर, नाग चैतन्य जैसे कई सेलेब्स उनके सपोर्ट में उतरे थे। मामला बढ़ने के कुछ समय बाद उस लड़की जारा पटेल की पहचान की गई, जिसकी बॉडी में रश्मिका का चेहरा इस्तेमाल कर डीपफेक बनाया गया था। उस लड़की ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा था कि उन्हें अपने वीडियो का गलत रूप से इस्तेमाल किए जाने की कोई जानकारी नहीं थी।
रश्मिका का डीपफेक वीडियो वायरल होने के बाद दिल्ली पुलिस ने शिकायत दर्ज की है। इसके साथ ही पुलिस ने मेटा कंपनी (फेसबुक-इंस्टाग्राम) से उस खाते का URL (यूनिफॉर्म रिर्सोस लोकेटर) मांगा है, जिससे एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना का डीप फेक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया था।
कुछ समय पहले काजोल का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो कपड़े बदलती दिखी थीं। फैक्ट चेक में सामने आया कि वो एक डीपफेक वीडियो था, जिसे एक इन्फ्लूएंसर ने जून में बनाया था डीपफेक एक तरह से फेक वीडियो ही है, हालांकि इसमें इतनी बारीकी से AI टूल का इस्तेमाल कर चेहरा, आवाज या एक्सप्रेशन बदला जाता है कि असली और नकली में फर्क पहचानना मुश्किल होता है। डीपफेक वीडियो के मामले AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) टूल्स आने से ज्यादा बढ़ गए हैं, क्योंकि इन टूल के जरिए आसानी से वीडियो एडिट किए जा सकते हैं।
सबसे पहले डीपफेक में फेस मॉर्फिंग होती है, जिससे किसी एक व्यक्ति के शरीर में किसी दूसरे व्यक्ति का चेहरा जोड़ा जाता है। चेहरा बदलने के साथ-साथ किसी व्यक्ति के कपड़े, एक्सप्रेशन और आवाज से भी छेड़छाड़ की जा सकती है।
इस तरह की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल ज्यादातर पोर्न साइट में किया जाता है। किसी व्यक्ति की तस्वीरों को न्यूड फोटोज में बदलकर उन्हें इन साइट्स में अपलोड किया जाता है। डीपफेक के आने से आइडेंटिटी का खतरा काफी बढ़ गया है।