मौत से लड़ रही साध्वी के आरोपी घूम रहे हैं आजाद।

मौत से लड़ रही साध्वी के आरोपी घूम रहे हैं आजाद।ji

साधू संत कर सकते हैं कोतवाली का घेराव।

शाहजहांपुर-27 नवम्बर (न्यूज़ वाणी)

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में भूमि विवाद को लेकर साध्वी कोयल गिरी को दबंगो द्वारा तेल छिड़क कर उस समय आग के हवाले कर दिया गया जब वे प्रदेश की राजधानी से लौट कर पैदल अपने आवास को जा रही थी। साध्वी को आग की लपटो ने लगभग अस्सी प्रतिशत तक झुलसा दिया।

हांलाकि आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया लेकिन अभी तक आरोपियों के गले तक पुलिस के हाथ नही पहुंच सके हैं जबकि वहीं अस्सी फीसद आग से झुलसी साध्वी मौत और जिन्दगी के बीच एक बरेली प्रायवेट अस्पताल में जूझ रही है।

घटना स्थल और विवादित भूमि का आज मौके पर पहुंच कर पुलिस अधिक्षक ग्रामीण ने निरीक्षण करने के बाद पुलिस को दिशा निर्देश दिये!

जिले के तिलहर नगर स्थित मोहल्ला बहादुरगंज निवासिनी साधवी कोयल गिरी (सीमा वर्मा) शिया दीदी को 23 नवम्बर की देर शाम जान से मारने की नियत से
तेल छिड़क कर आग के हवाले करने का नगर निवासी सुशील बाबू गुप्ता, पकंज गुप्ता, अनिल गुप्ता, अनुराग गुप्ता तथा दौलत गिरी पर आरोप है।कोतवाली पुलिस ने सभी पांच आरोपियों के खिलाफ आई०पी०सी० की गंभीर धाराओं सहित आई०टी० एक्ट की एक धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया था। घटना को सन्दिग्ध मानते हुये पुलिस ने अभी तक आरोपियों को गिरफतार नही किया जिसके चलते साध्वी के परिवार में कोतवाली पुसि के खिलाफ रोध उत्पन्न हो रहा है तो वहीं अपने साथी की हालत और पुलिस की कार्य शैली से खिन्न साध्वी के अखाड़े के लोग
लामबंद होते दिखाई पड़ रहे हैं।

हांलाकि पुलिस उपाधिक्षक मंगल सिंह रावत, उपजिलाधिकारी मुईन उल ईस्लाम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे पुलिस अधिक्षक ग्रामीण, सुभाष कुमार शाक्य ने बारीकी से अध्यन्न करने के बाद कोतवाली पुलिस को निर्देशित किया तो वहीं
विवादित भूमि पर नजर डालने के बाद सभी तथ्यो को जमा करने के लिये उपजिलाधिकारी मुईन उल ईस्लाम को भी मंत्रणा की।उधर गंभीर रूप से झूलस कर मौत और
जिन्दगी से लड़ रही साध्वी कोयल की माँ ने पुलिस पर आरोप लगाते हुये कहा कि कोतवाली पुलिस दबंग भूमाफियाओं को नही पकड़ रही क्यूंकि उनसे पुलिस को
महावार मोटी रकम के रूप में अबैध रूप से धन कमाई होती है इस लिये मेरी बेटी को आग के हवाले करने बाले आज तक आजाद घूम रहे हैं।

पुलिस अधिक्षक ग्रामीण सुभाष कुमार शाक्य ने बताया कि गंभीर घटना हुई है।रिर्पोट दर्ज हो चुकी है और जांच हो रही है दाषियों को बख्शा नही जायेगा।पूरी निश्पक्षता से पुलिस अपना काम कर रही है।

सूत्रो की माने तो साध्वी की गली में उक्त आरोपियो के खिलाफ कोई भी मुँह खोलने को तैयार नही क्यूंकि लगभग सभी कमजोर और मजदूरा व्यक्तित्व के लोग दुश्मनी लेने से खबराते नजर आ रहे हैं। सूत्र यह भी बताते हैं कि उक्त
विवाद भूमि गाटा संख्या 38 को लेकर है जोकि NZA 38/2 स्थित है। उक्त विवाद काफी पुराना है और इसको उलझाने में तहसील प्रशासन अब तक अपनी अहम भुमिका ही निभाता रहा है। अब से पूर्व में भी उक्त भूमि पर काफी
मरपीट होने के समाचार सुर्खियां बनते रहें हैं।हांलाकि उक्त विवाद तहसील प्रशान की गंभीरता दिखाते ही हल होने की संभावना से इंकार नही किया जा सकता लेकिन इसके बाद भी कोई हल निकलता नजर नही आया। साध्वी कोयल गिरी को आग के हवाले करने के आरोपियों को पुलिस द्वारा अब तक न पकड़ा जाना जहां
कोतवाली पुलिस को शक के दायरे में ला खड़ा करता है तो वहीं मा0 योगी महाराज के उत्तर प्रदेश पुलिस पर प्रश्न चिन्ह भी लगा रहा है।

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