दिल्ली नेशनल हाईवे एक्सीडेंट: शिक्षिका पत्नी की लाश को देख बिलख पड़े रविंद्र, बोले- दो साल का है बेटा

 

दिल्ली नेशनल हाईवे पर गुरुद्वारा गुरु के ताल के पास हुए सड़क हादसे में छह की जानें गईं। इसमें कैलाश मोड़ पर मिठाई की दुकान चलाने वाले रविंद्र उर्फ गजेंद्र वर्मा की पत्नी मोनिका भी थीं। मोनिका बल्केश्वर के सेंट एंड्रूज स्कूल में शिक्षिका थीं। रविंद्र ने बताया कि रोजाना वह ही स्कूल की छुट्टी होने पर पत्नी को लेने जाते थे। शनिवार को एक मित्र के आने के कारण बातचीत में कुछ देरी हो गई। इस पर पत्नी ने फोन करके बताया कि वह ऑटो से घर लौट रही हैं। गुरुद्वारे पर लेने आ जाना।

रविंद्र की इस दौरान पत्नी से लगातार बात होती रही। उन्होंने अंतिम कॉल किया कि वह गुरुद्वारे के पास पहुंच गई हैं। इसके बाद कॉल कट गई। तभी उन्हें गुरुद्वारे पर हादसे की खबर मिली। वह बाइक से गुरुद्वारे पर पहुंचे तो पत्नी को सड़क पर मरणासन्न पड़े देखा।

 

 

 

मंजर देखकर बदहवास हो गए। लोगों ने उन्हें किसी तरह संभाला। वह राहगीरों की मदद से पत्नी को सिकंदरा के अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित कर दिया। उनका 2 साल का बेटा है। गजेंद्र की मां भी मौके पर पहुंच गई थीं। गजेंद्र का कहना था कि अगर वह लेने जाते तो शायद पत्नी की जान बच जाती। उनका रो-रोकर बुरा हाल था।

हादसे में मृतकों के शव का पोस्टमार्टम पुलिस प्रशासन ने रात में ही करवाया। जिला अस्पताल के चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई। पुलिस ने शाम 7 बजे शवों के पोस्टमार्टम गृह में पहुंचने के बाद ही परिजन को सूचित करके प्रक्रिया शुरू करवाई। हादसे में कई शव क्षत विक्षत हो गए थे। पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिजन के सुपुर्द कर दिया गया। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि हादसे के संबंध में अभी तक किसी ने तहरीर नहीं दी है। हादसे के बाद फरार ट्रक चालकों की तलाश की जा रही है।

 

 

 

 

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